नई दिल्ली: पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है. राजनीतिक पार्टियां और नेता भी हमले के खिलाफ अपना पुरजोर विरोध दर्ज करा रहे हैं. इसी कड़ी में आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा, ''कश्मीर में सुरक्षाबलों पर हो रहे हमलों को लेकर पाकिस्तान को सबक सिखाने पर पूरे देश की जनता, सारी पार्टियां, सब लोग सरकार के साथ हैं. "


अखिलेश यादव ने कहा कि कश्मीर में जो जवान शहीद हुए हैं बेहद दुखद है. अखिलेश ने कहा कि मैं कन्नौज में शहीद प्रदीप यादव के घरवालों से मिला उन लोगों का कहना है कि अगर मौका मिल जाता तो वो लोग सबको खत्म कर देते. अखिलेश ने कहा कि इस वक़्त देश सुरक्षित रहे, सीमा सुरक्षित रहे इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए.


बीजेपी पर निशाने साधते हुए अखिलेश ने कहा कि सरकार चुनाव प्रचार बंद कर देश की सुरक्षा पर ध्यान दे. सभी पार्टियां शांत है लेकिन बीजेपी लगातार चुनाव प्रचार कर रही है. सपा अध्यक्ष ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर दो मिनट का मौन रखकर पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी.

अखिलेश ने मोदी सरकार की कठघरे में खड़ा किया और कहा, ''इस हमले में इंटेलिजेंस फेल कैसे हुई? आखिर इसका ज़िम्मेदार कौन है, सरकार को सबसे पहले इंटेलिजेंस को सक्षम बनाना होगा. इतना बड़ा जो हमला हुआ है आखिर इसकी भरपाई कैसे होगी? अखिलेश यादव ने कहा कि जिसकी जान चली गई उसकी भरपाई नहीं हो सकती.''

अखिलेश ने कहा, ''देश में लोकसभा का चुनाव भी होना है, सीमाओं की सुरक्षित भी करना है. देश की सुरक्षा सबसे जरूरी है. सरकार बताए कि वह क्या कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर सभी सियासी पार्टियों ने अपना काम रोका है तो सत्ताधारी पार्टी को भी सारा कार्यक्रम रोककर सुरक्षा के लिए रणनीति बनाए. देश को बुलेट ट्रेन नहीं सैनिकों को बुलेट प्रूफ़ जैकेट चाहिए."


अखिलेश ने एक ट्वीट भी किया है जिसमें उन्होंने लिखा, '' आखिर कब तक शोक की अवधि बढ़ती रहेगी? हर दिन हमें अपने जवानों के शहीद होने की खबर मिलती है. क्यों सरकार इंतजार कर रही है, आखिर क्यों दर्शक बनी हुई है.उन्होंने कहा कि हर दिन हमें अपने जवानों के शहीद होने की खबर मिलती है, जबकि भाजपा नेता मुस्कुराते हुए उनके अंतिम संस्कार में शामिल होते हैं."


योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि और प्रदेशों से यूपी सरकार सीखे और उनकी तरह ही शहीदों की मदद करे.


आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद


बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने 100 किलोग्राम विस्फोटक से भरे एक वाहन से सीआरपीएफ की बस को टक्कर मारकर इस हमले को अंजाम दिया था. हमले के बाद से देश गुस्से में है और जगह-जगह पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. शहीद के परिवारवालों सहित पूरा देश इस हमले का बदला मांग रहा है.