पुलवामा हमला: शहीद जवान के पिता ने कहा- देश की सेवा के लिए दूसरे बेटे को भेज देंगे, लेकिन....
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आतंकी हमले पर कहा कि पूरा देश एकजुट है और मुझे विश्वास है कि इसका उपयुक्त जवाब दिया जाएगा. शहीदों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है, उनकी शहादत नाकाम नहीं होगी.
पटना: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में शहीद होने वाले जवानों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है. इनमें बिहार के भागलपुर रतन ठाकुर और पटना जिले के मसौढ़ी के संजय सिंह भी शामिल हैं. दोनों के घरों में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. लेकिन देश के नाम पर और जान कुर्बान करने को तैयार हैं.
पटना से 226 किलोमीटर दूर अमदंदा के रतनपुर गांव में रतन ठाकुर के पिता ने कहा कि वे अपना दूसरा बेटा भी देश की सेवा में भेज देंगे लेकिन पाकिस्तान को ऐसा जवाब मिलना चाहिए कि वहां की सरकार इसे याद रखे.
CRPF Personnel Ratan Thakur's (who lost his life in #PulwamaTerrorAttack ) father in Bhagalpur: I have sacrificed a son in Mother India's service, I will send my other son as well to fight, ready to give him up for Mother India, but Pakistan must be given a befitting reply.#Bihar pic.twitter.com/rI6cM38Agh
— ANI (@ANI) February 15, 2019
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आतंकी हमले पर कहा कि पूरा देश एकजुट है और मुझे विश्वास है कि इसका उपयुक्त जवाब दिया जाएगा. शहीदों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है, उनकी शहादत नाकाम नहीं होगी, देश इसका उत्तर देगा. हालांकि मुख्यमंत्री ने दो शहीद जवानों के परिजनों के लिए किसी भी तरह की मदद का ऐलान नहीं किया.
जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने 100 किलोग्राम विस्फोटक से लदे वाहन से गुरुवार को पुलवामा जिले में सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही एक बस में टक्कर मार दी. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर के अवंतीपुरा में कुल 40 जवानों की मौत हो गई. पांच जवान घायल हैं.’’
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सीआरपीएफ के 2,500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में यात्रा कर रहे थे जब आतंकवादियों ने गुरुवार को दोपहर करीब तीन बजकर 15 मिनट पर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा के लातूमोड़ में घात लगाकर हमला किया. ज्यादातर जवान छुट्टी के बाद फिर से ड्यूटी पर लौट रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
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पुलिस ने फिदायीन हमलावर की पहचान आदिल अहमद के रूप में की है. अधिकारियों ने बताया कि वह 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. घटनास्थल पर मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि वह सड़क के विपरीत दिशा में 100 किलोग्राम विस्फोटकों से लदा वाहन चला रहा था और उसने सामने से बस में टक्कर मार दी जिसमें 39 से 44 जवान यात्रा कर रहे थे.
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