पटना: पटना यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव 7 दिसम्बर को होना है. इसे लेकर सभी दलों के उम्मीदवार मैदान में अपनी जीत को लेकर पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. चुनाव के नजदीक आते ही प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दी है. चुनाव प्रचार के दौरान बुधवार को छात्र आरजेडी और छात्र जेडीयू के बीच जमकर हिंसा हुई. इसमें छात्र आरजेडी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार आयुष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए. उनके सिर में चोटें आई हैं. इसके बाद अब इस मामले ने और जोर पकड़ लिया है. आरजेडी नेता और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव छात्रों से मिलने थाना पहुंचे.


छात्र आरजेडी ने लगाया लड़कियों से बदतमीजी का आरोप


घायल छात्र आयुष का आरोप है कि छात्र जेडीयू के सभी कार्यकर्ता कॉलेज गेट के पास हूटिंग कर रहे थे. आयुष ने कहा कि इसके बाद छात्र जेडीयू के कार्यकर्ता आरजेडी कार्यकर्ता को कॉलेज की ही लड़कियों के ऊपर धक्का देने लगे. इसी को लेकर झड़प हुई. इस घटना के बाद छात्र आरजेडी के सभी कार्यकर्ता आक्रोशित हो कर कोतवाली थाना पहुंचे और छात्र जेडीयू के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग करने लगे.


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तेज़ प्रताप कूदे इस लड़ाई में


लालू यादव के बड़े बेटे और आरजेडी नेता तेज़ प्रताप यादव भी छात्रों की लड़ाई में कूद पड़े हैं. झड़प की सूचना मिलते ही वो छात्रों से मिलने कोतवाली पहुंचे. इसके बाद तेज़ प्रताप ने कहा कि पार्टियां हारने से पहले ग़ुस्सा उतार रहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि आरजेडी जीत रही है और बाकी सभी लोग हार रहे है. इस कारण जेडीयू के मवाली गुंडे ने गुस्से में इस घटना को अंजाम दिया है. इसके साथ ही तेज प्रताप यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द नहीं हुई तो वह पटना यूनिवर्सिटी के गेट पर धरना देंगे.


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पुलिस ने दिया शांति का भरोसा


छात्रों के बीच हुए इस हिंसक झड़प पर पटना के एएसपी लॉ एंड आर्डर स्वर्ण प्रभात ने कहा कि गाने-बजाने को लेकर दोनों पक्षो में विवाद हुआ था. आरजेडी के पक्ष का आरोप है कि जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने हूटिंग करते हुए मारपीट की. इस मामले में जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.


पिछले चुनाव में भी हुआ था बवाल


पिछले साल भी पटना यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में हिंसा की घटना देखने को मिली थी. साल 2018 के छात्र संघ चुनाव में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की गाड़ी पर पथराव किया गया था. कॉलेज छात्रों ने उनपर पक्षपात का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं एबीवीपी और छात्र जेडीयू के बीच भी जमकर मारपीट हुई थी जिसके बाद बिहार पुलिस का अतिरिक्त बल तैनात किया गया था.


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