पटना: बिहार विधान सभा चुनाव से पहले लालू यादव को झटका देकर नीतीश कुमार ने आरजेडी के बड़े मुस्लिम चेहरे कमर आलम को जेडीयू में शामिल करा लिया. नीतीश का यह कदम मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है. खासकर तब जब एनआरसी औऱ सीएए के मुद्दे पर मुसलमान काफी नाराज थे. महागठबन्धन को छोड़ अचानक बीजेपी के साथ चले जाने को लेकर मुसलमानों में नीतीश कुमार को लेकर गुस्सा था. लालू यादव ने ‘पलटू राम’ कहकर नीतीश कुमार को नया नाम दे दिया था.
कमर आलम के कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इनके ही हस्ताक्षर से लालू यादव की नियुक्ति आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर होती थी. इन्हीं के हस्ताक्षर से पार्टी में किसी को शामिल और निकाला जाता था. एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कमर आलम ने आरजेडी के कई राज से पर्दा उठाया है. वे आरजेडी में नौ साल से राष्ट्रीय प्रधान महासचिव थे. इसके अलावा आरजेडी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष थे. इन्हीं के आदेश पर बैठकें होती थीं. अब वे नीतीश के खासम खास हो गए हैं.
मुझे मज़बूरी में नीतीश के काम की बुराई करनी पड़ी- कमर आलम
कमर आलम ने कहा, ‘’इतने दिनों से में वहां घुटन महसूस कर रहा था. ऐसा लगता था कि जो काम मैं पिछले दो दशकों से करता आ रहा था वो मैं अब नहीं कर पाऊंगा और साथ ही मुझे ये कसक थी कि बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को 15 सालों में आगे बढ़ने का काम किया लेकिन जब हम किसी मीटिंग में जाते थे तो गलत बातें करनी पड़ती थी. वहां कहना पड़ता था कि नीतीश कुमार ने कुछ नहीं किया. जबकि ये बिल्कुल ही गलत बात है. जैसा बिहार नीतीश कुमार को मिला था उस बिहार के बारे में एक-एक जनता जानती है.’’
‘लालू के जेल जाने के बाद तमाम फैसले गलत हुए’
लालू यादव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “चूंकि लालू प्रसाद यादव बाहर थे तो उन्होंने मुझे जो जिम्मेदारी दी थी वो मैं बखूबी निभा रहा था और ये उनको अंदाजा भी था. लेकिन बाद में मैंने महसूस किया उनके जेल जाने के बाद तमाम फैसले जो हुए वो गलत फैसले हुए. उस फैसलों से मैं खुश नही था. इस वजह से मैं उन फैसलों को ओके नहीं कर पाता था. बस एक मजबूरी के तहत हां में हां मिलाता था. मेरा दिल इसके लिए इजाजत नहीं देता था.”
बेरुखी की वजह से पार्टी नेशनल से रीजनल हो गई- कमर आलम
बातचीत के दौरान उन्होंने आरजेडी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की नियुक्ति पर भी निशाना साधा. कमर आलम ने कहा, “एक तरह से आरजेडी यादव और मुसलमानों की . यादव या मुसलमान में से किसी को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहिए था. ऐसे इंसान को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर डाल दिया जिसके दिल में किसी के लिए कोई मुहब्बत ही नहीं है. आरजेडी के तमाम कार्यकर्ताओं के दिल में बहुत तकलीफ है. मैंने राष्ट्रीय पार्टी बनाने में अहम भूमिका निभाई है. पूरे देश के कोने कोने में जाकर हमने काम किया और राष्ट्रीय पार्टी बनाने का काम किया था लेकिन इनलोगों की काम में कोई रुचि नहीं है. हमने 24 राज्य में यूनिट खड़ा किया था. राज्य के अध्यक्ष के साथ साथ पूरी कमिटी हुआ करती थी जो काम करती थी. लेकिन इनकी रुचि ही नहीं थी आगे बढ़ाने की...इस वजह से इनकी पार्टी रीजनल हो गई.’’
आरजेडी में पैसे के बगैर कोई काम नहीं होता है- कमर आलम
कमर आलम ने कहा कि ये बिल्कुल सच है वहां बगैर पैसे के कोई काम नहीं हो सकता. ये सत्य है कि वहां हर काम के लिए पैसे चाहिए. यहां तक कि जो वर्कर है, जो देने के लायक नहीं है उसकी कोई अहमियत ही नहीं है.
‘तेजस्वी यादव का मुख्यमंत्री बनना नामुमकिन है’
बिहार में नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव के बारे में कमर आलम ने कहा कि उनके अंदर अहंकार है. उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव का जो कार्यकलाप है और मैं देखता हूं कि उनके अंदर अहंकार है. वे पार्टी वर्कर से नहीं मिलते हैं. ऐसे आदमी का किसी भी राज्य का मुख्यमंत्री बनना नामुमकिन है.’’
‘लालू यादव घोखा देते रहे’
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कमर आलम ने कहा कि लालू यादव साल 2006 से ही लगातार राज्य सभा भेजने की बात करते रहे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. इसे धोखा कहें या आश्वासन? लालू यादव ने कहा कि 2018 में राज्यसभा भेजा जाएगा लेकिन इसी तरह 18 और 20 करते रहे. ऐसे में पार्टी से पूरी तरह मोहभंग हो चुका था.
नीतीश बेहद इमानदार और डर का माहौल खत्म किया- कमर आलम
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में जो डर का माहौल था उसे सीएम ने खत्म किया. बिहार में एक ईमानदार मुख्यमंत्री आया और राज्य को विकास की तरफ बढ़ाने का काम किया.
नीतीश ने मुसलमानों के लिए बहुत कुछ किया
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार ने मुसलमानों के लिए बहुत काम किया है. जब लालू यादव की सरकार थी तब मदरसे के शिक्षकों को 15 सौ से दो हजार रुपये मिले करते थे. आज वे पचास से साठ हजार रुपये पाते हैं. नीतीश कुमार के दिल में मुसलमानों के लिए दर्द है. आने वाले दिनों में राज्य के मुसलमान नीतीश कुमार को जिताएंगे.
बिहार की बीजेपी सेक्युलर पार्टी है- कमर आलम
कमर आलम ने कहा कि उनका मानना है कि बिहार की बीजेपी पूरी तरह से सेक्युलर पार्टी है. पिछले 15 सालों से जेडीयू के साथ सरकार चलाकर बीजेपी ने ये साबित किया है.
नीतीश के नाम एक शेर पढ़ा
बातचीत के अंत में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर एक शेर पढ़ते हुए उन्होंने कहा, “क्या चीज है मोहब्बत और क्या वफा की हद है, हम भी बता ही देंगे तुमपर निसार होकर."
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