नई दिल्ली: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव ने आज कहा कि पार्टी या परिवार में कोई खटपट नहीं है. उन्होंने कहा कि हर जगह मिठास है. आरजेडी प्रमुख लालू यादव के 71वें जन्मदिन पर उनका परिवार और पार्टी के नेता एकत्र हुए थे ताकि एकजुटता दिखाई जा सके.


लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने कुछ दिनों पहले एक ट्वीट कर अटकलों को जन्म दे दिया. कुछ लोगों ने इसे उनके छोटे भाई तेजस्वी के साथ संबंधों में दरार आने के संकेत के रूप में लिया था. हालांकि बाद में दोनों भाइयों ने यह सफाई दी कि उनके बीच कोई मतभेद नहीं हैं और वे एकजुट हैं. पूरा परिवार लालू यादव का जन्मदिन मनाने के लिए पांच, देशरत्न मार्ग में तेजस्वी के बंगले पर इकट्ठा हुआ. राबड़ी देवी ने इसी अवसर पर कहा, ‘‘पार्टी और परिवार में कोई टूट नहीं है...हमारी पार्टी में बिखराव नहीं है...पार्टी में कोई खटपट नहीं है.’’


लालू यादव को करोड़ों रूपये के चारा घोटाले से संबंधित तीन मामलों में पिछले साल 23 दिसंबर को दोषी ठहराये जाने के बाद रांची की जेल भेजा गया था. फिलहाल वह चिकित्सा आधार पर सशर्त जमानत पर बाहर हैं. उनकी अनुपस्थिति में पार्टी का मैनेजमेंट राबड़ी देवी और उनके दोनों बेटे संभालते हैं. लालू यादव की सबसे बड़ी पुत्री मीसा भारती राज्यसभा सदस्य हैं और अधिकतर समय दिल्ली में रहती हैं.


दोनों भाइयों के बीच मतभेद ही खबरें तब शुरू हुई जब तेजप्रताप ने ट्वीट कर शिकायत की कि पार्टी में कुछ लोग उनकी बात नहीं सुन रहे हैं. तेजप्रताप ने अपने और तेजस्वी के बीच दरार डालने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जरूरत बताई थी. बाद में इस तरह की किसी दरार की बात को खारिज करने वाले तेजप्रताप ने कहा, ‘‘हमारे बीच कोई दरार नही है...कड़वाहट कहां हैं और यह किस प्रकार की कड़वाहट है ? यहां तो मिठास ही मिठास है.’’


तेज प्रताप ने अपने चर्चित ट्वीट में कहा था कि वह अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी दिलवाना चाहते हैं और स्वयं द्वारिका लौट जाना चाहते हैं (भगवान कृष्ण की तरह). इस पर स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा कि यह (द्वारिका जाने की बात) तो एक कहावत है जिसका अर्थ दूसरे राज्यों में संगठन को मजबूत करना है.


बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप ने कल भी तेजस्वी के साथ मतभेद होने की खबरों से इंकार किया था. उन्होंने कहा था कि वह चाहते हैं कि उनका भाई बढ़े और प्रधानमंत्री बने. उनका आशीर्वाद हमेशा उसके साथ रहेगा. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने अपने बड़े भाई और मां की बात का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी में ऑल इज वेल (सब कुछ ठीक) है.


तेजस्वी ने कल लोगों से अनुरोध किया था कि वे ‘राई का पहाड़’ न बनाएं. उन्होंने इस बारे में अलग-अलग सवालों के जवाबों को टालते हुए कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर कितनी बार सफाई देनी होगी कि सब कुछ ठीक है. उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी और कुछ दूसरे दल, मतभेद की अफवाहों को फैला रहे हैं और उनकी पार्टी में दरार पैदा करना चाहते हैं ताकि उसका राजनीतिक लाभ लिया जा सके.