चुनाव खत्म होते ही इटली चले जाते हैं राहुल गांधी: दिनेश शर्मा
पर्यावरण कुंभ में लगी प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा, "जब देश में चुनाव आता है राहुल गांधी को गोत्र, जाति, जनेऊ, मंदिर बाबा अमरनाथ सब कुछ याद आते हैं. जैसे ही चुनाव खत्म होता है वह इटली न्यू ईयर मनाने चले जाते हैं."
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित पर्यावरण कुंभ का आगाज शनिवार को बनारस में हो गया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जब देश में चुनाव आता है राहुल गांधी को गोत्र, जाति, जनेऊ, मंदिर, बाबा अमरनाथ सब कुछ याद आते हैं. जैसे ही चुनाव खत्म होता है, वह इटली चले जाते हैं. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में चलने वाले दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री डॉ. और आरएसएस के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी ने संयुक्त रूप से किया.
पर्यावरण कुंभ में लगी प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा, "जब देश में चुनाव आता है राहुल गांधी को गोत्र, जाति, जनेऊ, मंदिर बाबा अमरनाथ सब कुछ याद आते हैं. जैसे ही चुनाव खत्म होता है वह इटली न्यू ईयर मनाने चले जाते हैं."
दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन से जुड़े सवाल पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि चुनाव आते ही सबसे ज्यादा डर विपक्ष को रहता है कि पहली बार केंद्र और प्रदेश की सरकारों ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए 75 प्रतिशत धन का आवंटन किया है. आज किसानों के घर-घर बिजली, सड़क, शौचालय, मकान और किसानों की उपज लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य भुगतान और आपदा में तात्कालिक भुगतान हुआ है. किसानों के लिए इससे बड़ा काम नहीं हो सकता था. सपा, बसपा, कांग्रेस किसान आंदोलन के नाम पर कुछ लोगों का हुजूम जुटा रही है.
राम मंदिर निर्माण से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, "राम जी का नाम आस्था से जुड़ा है. बीजेपी ने अपना रूख पहले ही साफ कर दिया है."
डॉ. शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति की मानव शैली पर्यावरण संरक्षण, संतुलन भी बनाए रखना अनिवार्य है. नदी को मां, वृक्षों को देव की संज्ञा दी गई है. वर्तमान उपभोक्तावाद की संस्कृति के प्रति हम सचेत रहें कि कहीं भी प्रकृति के प्रति छेड़छाड़ न होने पाए.आज पर्यावरण असंतुलन की जो चेतावनी आ रही है, वह प्रकृति से मानवीय छेड़छाड़ के कारण है. प्राचीन भारतीय संस्कृति व भारतीय संपदा के संरक्षण और उस जीवनशैली के भाव को अपनाने की जरूरत है.