लखनऊ: कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने रायबरेली में रेल कोच फैक्ट्री के विस्तार परियोजना का शुभारंभ करते हुए उसे राजनीतिक अखाड़ा बना दिया. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि प्रधानमंत्री ने इसका भी संज्ञान नहीं लिया कि इस सरकारी कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल और उप्र विधानसभा के अध्यक्ष उपस्थित हैं. उन्होंने इन दोनों महान विभूतियों को विषम स्थिति में डाल दिया. उन्होंने यह ख्याल भी नहीं रखा कि सभी राजनीतिक दल और प्रदेश की जनता राज्यपाल को निर्विवाद रूप में देखती है और उनसे न्याय की अपेक्षा करती है. साथ ही सभी राजनीतिक दल के विधायक विधानसभा अध्यक्ष से निष्पक्ष निर्णय की अपेक्षा रखते हैं.

सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सरकारी कार्यक्रम के मौके पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं की आलोचना कर जो इसे राजनीतिक मंच बना दिया, उसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है.

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि अच्छा होता तो इस कार्यक्रम के बाद बीजेपी अपना कार्यक्रम करती और उसमें प्रधानमंत्री जो चाहते, बोलते. इससे ये साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री सहित अपने सभी नेताओं की जो भी रैली करती है, उसको सरकारी रूप इसीलिए देती है, ताकि सरकार के पैसे का उपयोग पार्टी के हित के लिए कर सके.

प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री यूपी की धरती पर संबोधन कर रहे थे, पर बुलंदशहर में हुए दंगे के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा. राफेल के बारे में स्पष्टीकरण देने के बजाय जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया. प्रदेश की कानून व्यवस्था पर एक शब्द भी नहीं बोले.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गोस्वामी तुलसीदास की चौपाई का उदाहरण देते हुए जो कहा है 'झूठहि लेना झूठहि देना, झूठहि भोजन झूठ चबेना' यह उन्हीं पर सीधे-सीधे चरितार्थ होता है, क्योंकि जनता से उन्होंने 2 करोड़ नौकरी प्रतिवर्ष देने का वादा किया, 15 लाख खाते में देने का वादा किया, किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का वादा किया, नोटबंदी के फायदे का असर पचास दिन में दिखाने का वादा किया और जीएसटी से व्यापार व्यवस्था में सुधार का वादा किया, जिसमें कोई भी वादा सफल नहीं हो पाया, सभी झूठा साबित हो चुका है. जनता को निराश होना पड़ा और उसी का परिणाम है कि अभी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री की सभा में भीड़ न जुट पाने पर जिला प्रशासन को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई. इससे साबित होता है कि अब भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश और देश की जनता ने नकार दिया है.