नई दिल्ली: रेलवे भर्ती बोर्ड ने टेक्नीशियन और एसिस्टेंट लोको पायलट पद के लिए परीक्षा की तारीख 9 अगस्त रखी है लेकिन इस परीक्षा को लेकर बिहार के अभ्यर्थियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बिहार के जिन लोगों ने इस परीक्षा का फॉर्म भरा है उन्हें परीक्षा केंद्र बिहार से काफी दूर दिया गया है. राज्य के लाखों छात्रों को रेलवे से ये शिकायत है.


9 अगस्त को होने वाली ये परीक्षा ऑनलाइन होगी यानी कंप्यूटर की मदद से अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी होगी. रेलवे के इन दो पदों के लिए कुल 47 लाख आवेदन आए हैं जिनमें से केवल बिहार और उत्तर प्रदेश से ही 20 लाख आवेदन किए गए हैं. रेवले बोर्ड ने इस परीक्षा के लिए एक मॉक टेस्ट लिंक जारी किया है जो 26 जुलाई से एक्टिवेट कर दिए गए हैं. इनकी मदद से लोग एग्जाम की प्रैक्टिस सकते हैं.


रेलवे ने पेश की सफाई
बिहार के अभ्यर्थियों की इस परेशानी पर भारतीय रेलवे भर्ती बोर्ड ने अपनी सफाई पेश की है. रेलवे का कहना है कि बिहार में क्वालिटी एग्जाम सेंटर्स की कमी है. इसके अलावा वहां पेपर लीक होने का भी डर है इसलिए कुछ दिव्यांग अभ्यर्थियों को छोड़कर बाकी बिहार सा आवेदनों के परीक्षा केंद्र राज्य से बाहर रखे गए हैं. बिहार के छात्र इस व्यवस्था से नाराज़ है और इसे लेकर वे काफी हंगामा कर सकते हैं.

कंप्यूटर बेस्ड ये टेस्ट असिस्टेंट लोको पायलट पद के लिए किए जाएंगे. ये परीक्षा 60 मिनट तक चलेगी और परीक्षार्थियों से 75 सवाल पूछे जाएंगे. परीक्षा निगेटिव मार्किंग के साथ होगी यानी एक गलत जवाब के लिए सही जवाब दिए गए सवाल से भी एक तिहाई अंक काट किए जाएंगे. परीक्षार्थी इस परीक्षा के लिए कंप्यूटर टेस्ट से चार दिन पहले प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं.