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रेल मंत्रालय ने इलाहाबाद को देश का छठा सबसे गंदा रेलवे स्टेशन करार दिया
रेल मंत्रालय की लिस्ट सामने आने के बाद आपके चैनल ABP न्यूज़ ने इलाहाबाद रेलवे स्टेशन की पड़ताल की, तो वहां की तस्वीरें हैरान कर देने वाली थीं.प्लेटफार्म पर कुत्ते टहल रहे थे. टीसी काउंटर कूड़ाघर में तब्दील था. प्लेटफार्म से लेकर रेल पटरियों और ओवर ब्रिजेज पर चारों तरफ गंदगी फ़ैली थी.
![रेल मंत्रालय ने इलाहाबाद को देश का छठा सबसे गंदा रेलवे स्टेशन करार दिया Railway Ministry decleared Allahabad as the sixth worst rail station in the country रेल मंत्रालय ने इलाहाबाद को देश का छठा सबसे गंदा रेलवे स्टेशन करार दिया](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2018/05/24193847/pti.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
इलाहाबाद: रेल मंत्रालय ने संगम के शहर इलाहाबाद को देश का छठा सबसे गंदा रेलवे स्टेशन करार दिया है. वैसे रेल मंत्रालय के इस एलान पर किसी को हैरत नहीं है, क्योंकि रोज़ाना तकरीबन ढाई सौ ट्रेनों को गुजारने वाले इलाहाबाद स्टेशन पर चारों तरफ गंदगी ही गंदगी नजर आती है. इलाहाबाद का यह हाल तब है, जब नार्थ सेंट्रल रेलवे जोन का हेडक्वार्टर भी इसी शहर में है और रेलवे स्टेशन से महज सौ मीटर की दूरी पर है.
ABP न्यूज़ ने की इलाहाबाद रेलवे स्टेशन की पड़ताल
रेल मंत्रालय की लिस्ट सामने आने के बाद आपके चैनल ABP न्यूज़ ने इलाहाबाद रेलवे स्टेशन की पड़ताल की, तो वहां की तस्वीरें हैरान कर देने वाली थीं.प्लेटफार्म पर कुत्ते टहल रहे थे. टीसी काउंटर कूड़ाघर में तब्दील था. प्लेटफार्म से लेकर रेल पटरियों और ओवर ब्रिजेज पर चारों तरफ गंदगी फ़ैली हुई नजर आई. प्लेटफार्म पर ही लोग सूसू करते दिखाई दिए तो रेल पटरियों पर जानवरों का झुंड टहलता नजर आया. पीएम मोदी का स्वच्छ भारत अभियान यहां मुंह चिढ़ाता नजर आया.
इलाहाबाद रेलवे स्टेशन से गुजरती हैं ढाई सौ ट्रेनें
इलाहाबाद उत्तर भारत के कुछ बड़े रेलवे स्टेशनों में शुमार है. रोज़ाना तकरीबन ढाई सौ ट्रेनें या तो यहां से चलती हैं या फिर जंक्शन से गुजरती हैं और उनका ठहराव होता है. यहां दस प्लेटफार्म हैं. ज़्यादातर वीआईपी ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर एक से चलती हैं. इस वजह से एक नंबर प्लेटफार्म तो साफ़ सुथरा नजर आता है, लेकिन बाकी नौ प्लेटफार्मों को रेलवे के मुसाफिरों की तरह भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है.
चारों तरफ लगा है गंदगी का अंबार
हमारी पड़ताल में यह सामने आया कि प्लेटफार्म हों या रेलवे पटरियां या फिर ओवर ब्रिजेज और कैम्पस, चारों तरफ गंदगी ही गंदगी नजर आई. मुसाफिरों की भीड़ के बीच प्लेटफार्मों पर कूड़े और गंदगी फ़ैली हुई दिखाई दी. प्लेटफार्म पर कहीं पानी भरा हुआ था तो कहीं कूड़े के ढेर लगे थे. कुछ लोग तो प्लेटफार्म पर ही बेशर्म बन युरिन करते नजर आए. प्लेटफार्म नंबर सात का टीसी काउंटर तो कूड़ाघर में तब्दील नजर आया.
प्लेटफार्म पर दौड़ लगाते दिखे चूहे
पीने के पानी के लिए नल जहां लगे हुए हैं, वहां चारों तरफ गंदगी और पानी जमा हुआ दिखाई दिया. गंदगी की वजह से मक्खियां भिनभिनाती नजर आईं. चूहे भी प्लेटफार्म पर दौड़ते दिखाई दिए. प्लेटफार्म जैसा हाल ही ओवर ब्रिजेज और कैम्पस का भी नजर आया. पटरियों पर तो इतनी गंदगी कि दुर्गंध से थोड़ी देर भी खड़ा होना मुश्किल था.
साफ़-सफाई के संदेश वाले बोर्ड्स के पास भी थी गंदगी
रेल प्रशासन ने सीढ़ियों और दूसरी जगहों पर साफ़-सफाई के संदेश लिखा रखे थे, लेकिन जहां स्लोगन लिखे हुए थे, वहां भी गंदगी फ़ैली हुई थी. जगह-जगह डस्टबिन ज़रूर रखी नजर आई, लेकिन कई जगह वह भी टूटी हुई खुद गंदी दिखाई दी. इलाहाबाद का यह हाल तब है जब यहां कुछ महीनों बाद लगने जा रहे कुंभ मेले की तैयारियां चल रही हैं.
होने वाला है कुंभ का आयोजन
कुंभ के दौरान रेलवे तकरीबन छह सौ स्पेशल ट्रेनें चलाएगा, लेकिन इस गंदगी भरे माहौल में मुसाफिर इलाहाबाद के बारे में क्या अनुभव लेकर जाएंगे, इसका अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है. यहां आने वाले मुसाफिरों का कहना है कि पीएम मोदी का स्वच्छ भारत अभियान इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर कहीं नजर नहीं आता. इस बारे में रेलवे अफसरों से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.
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शंभू भद्रएडिटोरियल इंचार्ज, हरिभूमि, हरियाणा
Opinion