जोशी के इस बयान के बाद हुए डैमज को कंट्रोल करने में जुटे राहुल गांधी ने उन्हें फटकार लगाई थी. राहुल ने कहा था, ''सीपी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है. पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुख पहुँचे. कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा. उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए.''
बयान के बाद विवाद बढ़ता देख सीपी जोशी ने सफाई दी थी. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी ने मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया, मैं इसकी निंदा करता हूं. बता दें कि जोशी ने पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती की जाति और धर्म पर सवाल उठाते हुए दोनों पर निशाना साधा था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा था, ''इस देश में उमा भारती लोधी समाज की हैं, वह हिंदू धर्म की बात कर रही हैं. साध्वीजी किस धर्म की हैं? वह हिंदू धर्म की बात कर रही हैं. नरेंद्र मोदी जी किस धर्म के हैं, हिन्दू धर्म की बात कर रहे हैं. 50 साल में इनकी अक्ल बाहर निकल गई.''
जोशी के इस बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने उनपर हमला बोला था. पात्रा ने कहा था, ''कांग्रेस नेता का बयान चौंकाने वाला है. सीपी जोशी को धर्म के बारे में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा है- उमा भरती किस जाति की हैं? ये मोदी किस जात का हैं? ..केवल ब्राह्मण ही हिंदू धर्म की बात कर सकता हैं...''
गलत बयानबाजी के कारण राहुल गांधी गुजरात चुनाव के दौरान मणिशंकर अय्यर को भी फटकार लगा चुके हैं. गुजरात विधानसभा के दौरान अय्यर ने पीएम मोदी के लिए 'नीच' शब्द का इस्तेमाल किया था. जिसके बाद कांग्रेस ने अय्यर को पार्टी से बाहर कर दिया था.
कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने पूछा- क्या है PM मोदी और उमा भारती की जाति? विवाद के बाद दी सफाई