जयपुर: कोटा में रह कर कोचिंग कर रहे बिहार के स्टूडेंट्स घर जाने के लिए हर मंच पर आवेदन, निवेदन और प्रार्थना कर चुकें हैं. हर जगह आवाज उठाने के बाद अब थक हारकर उन्होंने अनशन की राह अपनाई है. अपने हॉस्टल्स में ही स्टूडेंट्स उपवास कर रहे हैं.


हाथों में तख्तियां लेकर वे बिहार सरकार से घर बुलाने और परिवार के साथ रहने के लिए निवेदन कर रहे हैं. गांधी जी के सिद्धान्तों को दर्शाते हुए स्टूडेंट्स ने बुरा न देखो, बुरा न सुनो, बुरा न बोलो का संदेश भी दे रहे हैं. क्योंकि देश में उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है.


स्टूडेंट्स हॉस्टल्स में ही रहकर उपवास कर रहे हैं और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह सब अपनी आवाज बिहार सरकार तक पहुंचाने के लिए कर रहे हैं ताकि वे जल्द घर जा सकें।बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पिछले दिनों यूपी सरकार कोटा में पढ़ रहे वहां के बच्चों को बसों से उनके घर पहुंचाए जाने के फ़ैसले का जमकर विरोध किया था. इस मुद्दे को लेकर तब यूपी और बिहार सरकारें आमने सामने आ गईं थीं.


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