जयपुर: बीते जमाने से चली आ रही एक कहावत 'पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब- खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब' को राजस्थान सरकार ने अब बदलने की ठानी है. इस कहावत की बजाय राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार नया नारा लेकर आई है कि- "पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब-खेलोगे कूदोगे बनोगे लाजवाब".
खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने अपनी नीति में बदलाव करते हुए स्कूल और कॉलेज स्तर के खिलाड़ियों को बढ़िया प्रदर्शन करने पर सरकारी नौकरी देने का एलान किया है. राजस्थान पूरे देश में ऐसा करने वाला पहला प्रदेश बन गया है.
राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने इस योजना के बारे में बताया है. स्कूल और कॉलेज स्तर की खेल प्रतियोगिता में मेडल लाने वाले खिलाडियों को सरकारी नौकरी देने के लिए राजस्थान सरकार ने अपने सेवा नियमों में बदलाव किया है.
सामान्य खिलाड़ियों के अलावा पैरा खेल खेलने वाले दिव्यांग खिलाड़ी भी इसी तरह सरकारी नौकरी पा सकेंगे, कबड्डी खेल प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत चुके कुछ खिलाड़ी निश्चिन्त हैं कि उन्हें सरकारी नौकरी का लाभ मिल सकेगा, कबड्डी खिलाड़ी बृजेंद्र, रौनक चौधरी, राहुल ने फैसले का स्वागत किया.
खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए इस तरह का क़दम उठाकर राजस्थन सरकार इस साल अलग अलग विभागों में करीब डेढ़ हजार खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी का लाभ दे सकेगी. बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का दावा किया था. घोषणापत्र में कहा गया था, ''स्कूल में राष्ट्रीय मैडल लाओ, राजस्थान में नौकरी पाओ.''
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