जयपुर: पिछले काफी वक्त से राजस्थान की रीत रही है कि किसी भी मुख्यमंत्री को लगातार दूसरी बार सत्ता सुख भोगने का मौका नहीं मिल पाया है. हर पांच साल के बाद सत्ता परिवर्तन करने वाला राजस्थान इस बार भी अपनी पुरानी रीत को दोहराने पर आमादा है. एबीपी न्यूज़-लोकनीति सीएसडीएस के एग्जिट पोल के मुताबिक राजस्थान में सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है, लेकिन जीत कांग्रेस की झोली में जाती दिख रही है.


बीजेपी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर एक बार फिर से दांव खेला है. वहीं कांग्रेस ने अपनी तरफ से किसी चेहरे का एलान नहीं किया. लेकिन कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट सीएम पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव को लेकर किये गए सर्वे में अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को पीछे छोड़ दिया है. बता दें कि इन चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आयेंगे.


जानिए राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर 10 बड़ी बातें


1. विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग खत्म होते-होते राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला कांटे का हो गया है. जबकि मध्य अक्टूबर तक कांग्रेस राज्य में एकतरफा जीत दर्ज करती नजर आ रही थी.  कांग्रेस को बीजेपी के मुकाबले महज 1.5 फीसदी की बढ़त मिल रही है.

2. कांग्रेस और बीजेपी के अलावा इस चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियां भी प्रमुख भूमिका निभा सकती हैं.

3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले जो मुकबला एकतरफा नजर आ रहा था वो मोदी के दौरे के तेजी से बदला है. पीएम मोदी के आखिर वक्त में किये गए प्रचार ने बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने में बड़ी भुमिका निभाई है.

4. राजस्थान में अब भी प्रधानमंत्री मोदी का जलवा बरकरार है. राज्य के हर चार में से तीन मतदाता ने मोदी पर अपना भरोसा जताया है. वहीं लोगों की पसंद के मामले में कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दूसरे नंबर पर हैं.

5. इस बार के विधानसभा चुनाव में महंगाई और बेरोजगारी दो प्रमुख मुद्दे रहे. राज्य के लगभग 25 फीसदी वोटर्स ने बेरोजगारी को सबसे बड़ी समस्या बताया.

6. राजस्थान की वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मुकाबले लोग कांग्रेस के नेता सचिन पायलट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. लेकिन लोकप्रियता के मामले में सचिन पायलट अशोक गहलोत से पीछे रह गए हैं.

7. राज्य की जनता अब भी मुख्यमंत्री के रूप में वसुंधरा राजे पसंद करती है लेकिन अशोक गहलोत के मुकाबले उनकी लोकप्रियता तेजी से कम हुई है.

8. राजस्थान की जनता में राज्य सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी दिखी लेकिन वो केंद्र की एनडीए सरकार के काम से संतुष्ट नजर आई.

9. एग्जिट पोल के सर्वे में लोगों ने कहा कि वो वसुंधरा राजे को राज्य में दूसरा मौका नहीं देना चाहते हैं. लेकिन, केंद्र में एक बार फिर से मोदी सरकार को वापस लाना चाहते हैं.

10. 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी संख्या में लोगों का झुकाव मोदी सरकार की तरफ दिखा. वर्तमान की मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा लोगों ने मोदी सरकार के पक्ष में जाने की बात कही.