जयपुर: राजस्थान यूनिवर्सिटी ने वीडी सावरकर पर एक सेमिनार के लिए एक संस्था को इजाजत देने से इनकार कर दिया है. वीडी सावरकर पर सेमिनार आयोजित करने के लिए एक ऑटोनोमस बॉडी इंडियन काउंसिल फॉर हिस्टोरिकल रिसर्च (आईसीएचआर) ने राजस्थान यूनिवर्सिटी को रिक्वेस्ट भेजा था. आईसीएचआर को भारत सरकार की तरफ से भी फंड मिलता है. इससे पहले राजस्थान सरकार ने वीडी सावरकर के रेफरेंस के तौर पर इस्तेमाल होने वाले शब्द 'वीर' को टैक्स्ट बुक से हटा दिया था.


आईसीएचआर के 'दी ट्रूथ अबाउट सावरकर' नाम वाले इस इवेंट को राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) की इतिहास रिराइटिंग विंग (अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना) का समर्थन प्राप्त है जिसकी शुरुआत सोमवार को की गई है.


राजस्थान यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि सावरकर की कुछ बातें काफी विवादास्पद हैं जिस वजह से यूनिवर्सिटी में सेमिनार का परमिशन नहीं दिया गया. हालांकि, आईसीएचआर के इसी विषय पर जयपुर, गुवाहाटी, पोर्ट ब्लेयर, पुणे जैसे शहरों में सेमिनार और कार्यक्रम होंगे.


कौन हैं वीडी सावरकर


वीडी सावरकर जिन्हें वीर सावरकर के नाम से भी जाना जाता है का जन्म 1883 में हुआ था. वह भारतीय स्वतंत्रता सैनानी और मशहूर वकील थे. उन्होंने हिन्दुत्व को परिभाषित किया. सावरकर ने अपने क्रांतिकारी गतिविधियों की शुरुआत स्कूली दिनों से ही कर दी थी. सावरकर ने कई किताबें भी लिखी हैं. उनकी किताबों में 'दी इंडियन वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस' काफी चर्चित है. वीडी सावरकर भारत को एक हिन्दु राष्ट्र बनाना चाहते थे. वह स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई बार जेल भी गए.


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