नई दिल्ली: अवैध खनन के मामले में सीबीआई द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछताछ हो सकती है. ऐसी खबर सामने आने के बाद से एसपी-बीएसपी के तेवर कड़े हो गए हैं. दोनों पार्टियों के नेताओं ने साथ मिल कर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बीजेपी पर निशाना साधा.


आज समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसदों ने सदन में हंगामा किया और बाहर मीडिया से भी बात की. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि खनन मामले में नहीं अखिलेश का नाम नहीं है. बीजेपी ने तोते के साथ गठबंधन किया है.


बीएसपी के वरिष्ठ नेता सतीश मिश्रा ने कहा कि बीजेपी ने सीबीआई के साथ गठबंधन किया है. बीजेपी हताश है और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कभी कोई मुद्दा उछालती है, तो कभी कोई दूसरा मुद्दा उछालती है.


उन्होंने कहा कि यूपी में कोई सुरक्षित नहीं है, बेटियां सुरक्षित नहीं है, अपराध बढ़ा है और लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. एबीपी न्यूज़ के स्टिंग ऑपरेशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि टीवी पर साफ दिखा कि कैसे नाक के नीचे भ्रष्टाचार फैला हुआ है.



आपको बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी इस मुद्दे पर अखिलेश यादव के साथ खड़ी दिखाई दे रही है.


केजरीवाल ने कहा,''कार्यकाल के अपने अंतिम हफ्तों में, मोदी सरकार ने बेशर्मी से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (अखिलेश यादव) पर कार्रवाई के लिए सीबीआई को उकसाया है कि जो हम सभी के लिए रिमाइंडर है कि पिछले पांच वर्षों के दौरान मोदी के राजनीतिक विरोधियों ने किस-किस चीज का सामना किया है. यह इस तानाशाही और अलोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंकने का समय है.''


एसपी सरकार के शासनकाल में साल 2012 से 2016 के बीच राज्य में कथित खनन घोटाला मामले में सीबीआई ने शनिवार को लखनऊ में आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के घर पर छापा मारा था.


सीबीआई ने बुंदेलखण्ड में अवैध खनन के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर चंद्रकला समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया. साल 2012-13 में खनन विभाग तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास था. लिहाजा माना जा रहा है कि सीबीआई इस मामले में उनसे भी पूछताछ कर सकती है.