(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
राम मंदिर बीजेपी का नहीं, विश्व हिंदू परिषद का आंदोलन है: केशव मौर्य
डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी अब भी चाहती है कि सुप्रीम कोर्ट से निर्णय आ जाये या आपसी समझौते से राम मंदिर बन जाये. सुप्रीम कोर्ट और आपसी समझौते से मंदिर नहीं बनता है तो तीसरा विकल्प अध्यादेश है.
लखऩऊ: जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं अयोध्या में राम मंदिर को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. राम मंदिर पर लगातार पार्टियों और नेताओं के बयान आ रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि राम मंदिर भारतीय जनता पार्टी का नहीं बल्कि विश्व हिंदू परिषद का आंदोलन है. बीजेपी राम मंदिर निर्माण का समर्थन करती रही है. केशव ने आगे कहा कि राम जन्मभूमि पर जब भी बनेगा राम मंदिर बनेगा, बाबर का मकबरा नहीं बनेगा.
राम मंदिर पर अचानक शिव सेना के खुलकर सामने आने पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि वो मीडिया में बने रहने के लिए ऐसा कर रही है. यूपी में शिव सेना का कोई वजूद नहीं है. केशव ने कहा कि उद्धव ठाकरे अगर राम भक्त की तरह आते उनका स्वागत था. लेकिन, वो मुद्दा हाईजैक करने की कोशिश कर रहे हैं, ये उचित नहीं है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी अब भी चाहती है कि सुप्रीम कोर्ट से निर्णय आ जाये या आपसी समझौते से राम मंदिर बन जाये. सुप्रीम कोर्ट और आपसी समझौते से मंदिर नहीं बनता है तो तीसरा विकल्प अध्यादेश है. केशव ने कहा कि बीजेपी के लिए राम मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं है. राम मंदिर नहीं बना इसके लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार है.
बता दें कि वीएचपी 25 नवंबर को अयोध्या में संत सम्मेलन शुरू करने की योजना बना रही है, वहीं शिवसेना ने उसी दिन अपने अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की बड़ी रैली कराने की घोषणा की है. ठाकरे एक दिन पहले यहां पहुंचेंगे और करीब 100 हिंदू धर्माचार्यों को सम्मानित करेंगे. इतना ही नहीं आरएसएस और साधु-संतों ने भी राम मंदिर निर्माण का आह्वान किया है. देशभर से वहां साधु-संतों के साथ विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी जुटने की तैयारी में हैं.