अयोध्याः उत्तर प्रदेश के अयोध्या में धर्म सभा को देखते हुए पूरे शहर को छावनी में बदल दिया गया है. शहर में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए जगह-जगह पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है. चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का सहारा लिया जा रहा है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज दोपहर करीब दो बजे पूरे परिवार के साथ आयोध्या पहुंच रहे हैं. इससे पहले हजारों की संख्या में शिवसैनिक वहां मौजूद हैं.


सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं.


इसके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं. शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए घुड़सवार जवान गश्त कर रहे हैं. प्रशासन ने भीड़ को रोकने के लिए कई अन्य तरह की रणनीतियां भी बनाई है.


8 जोन और 16 क्षेत्रों में बंटा शहर 


रविवार को अयोध्या किले में तब्दील हो गया. पुलिस ने अयोध्या को आठ जोन और 16 क्षेत्रों में बांट दिया. राज्य के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, मुख्य सचिव(गृह) अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने वीडियो-कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य की सुरक्षा स्थितियों का जायजा लिया.

राज्य सरकार ने यहां पीएसी (प्राविंसियल आम्र्ड कांस्टेबुलरी) की संख्या 20 से बढ़ाकर 48 कर दी है. डीजीपी ने शुक्रवार को कहा, "डरने की कोई बात नहीं है. हम सतर्क हैं और कानूव व व्यवस्था का पालन किया जाएगा."


संजय राउत के बयान से राजनीति गर्म
इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने यह कहकर राजनीति गरमा दी थी कि जब बाबरी मस्जिद को 17 मिनट में ढहाया जा सकता है, तो फिर मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने में इतनी देरी क्यों हो रही है. उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, "हमने 17 मिनट में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया था, लेकिन कागजी काम, कानून या अध्यादेश बनाने में इतना समय क्यों लग रहा है."


स्थानीय खुफिया इकाईयों को अलर्ट पर रखा गया है और शिवसेना प्रमुख के यहां आने से पहले अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. पुलिस सूत्रों की माने तो 2 लाख से ज्यादा लोग अयोध्या पहुंच सकते हैं. लोगों की भीड़ को देखते हुए सरकार भी सतर्क है.


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