नई दिल्ली: एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान को बिहार से ही राज्यसभा भेजा सकता है. सूत्रों ने ये जानकारी दी है. बता दें कि बिहार में जब एनडीए के भीतर लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा हो रहा था तब इस बात पर समहति हुई थी कि छह सीटों के अलावा एक राज्यसभा की सीट एलजेपी को दी जाएगी. इस बार स्वास्थ्य कारणों से पासवान ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. पहले असम से पासवान को राज्यसभा के लिए नामित होने की संभावना थी. बिहार से राज्यसभा सांसद रविशंकर प्रसाद लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं. ऐसे में एक सीट खाली हो रही है.


इस बार रामविलास पासवान की जगह बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से उनके छोटे भाई पशुपति कुमार पारस ने चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. हाजीपुर सीट पर पशुपति कुमार पारस को 5,41,310 वोट मिले. एलजेपी के खाते में हाजीपुर के अलावा नवादा, जमुई, खगड़िया, वैशाली और समस्तीपुर सीट गई थी. नवादा सीट पर एलेजपी के चंदन कुमार ने जीत दर्ज की. चंदन कुमार को 495684 वोट मिले. यहां दूसरे नंबर पर आरजेडी की विभा देवी रहीं, जिन्हें 347612 वोट मिले.


वहीं जमुई सीट पर रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने दोबारा जीत दर्ज की. चिराग को 529134 को वोट मिले. यहां दूसरे नंबर पर आरएलएसपी के भूदेव चौधरी रहे, जिन्हें 288085 वोट मिले. पिछले लोकसभा चुनाव में भी इस सीट से चिराग पासवान ने जीत दर्ज की थी.


खगड़िया लोकसभा सीट पर एलजेपी ने चौधरी महबूब अली कैसर को टिकट दिया. उन्होंने भी इस सीट पर एक बार फिर से जीत दर्ज की. कैसर को 510193 वोट मिले. यहां दूसरे नंबर पर वीआईपी के मुकेश सहनी रहे, जिन्हें 261623 वोट मिले. वैशाली सीट से एलजेपी ने वीणा देवी को मैदान में उतारा था. वीणा देवी भी चुनाव जीतने में कामयाब रहीं. उन्हें 568215 वोट मिले. यहां दूसरे नंबर पर आरजेडी के सीनियर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह रहे, जिन्हें 333631 वोट मिले.


इसके अलावा समस्तीपुर सीट पर रामविलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान एक बार फिर जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. उन्हें 562443 वोट मिले. यहां दूसरे नंबर पर कांग्रेस के अशोक कुमार रहे, जिन्हें 310800 वोट मिले.