पटना: बीएसपी सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ आने पर रामविलास पासवान ने कहा कि इनके साथ आने का कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस पार्टी अलग लड़ेगी तो बिहार जैसी दुर्गति (2009 के आम चुनाव) होगी.  एलजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अल्पसंख्यकों की पहली पसंद कांग्रेस है, जो यूपी में नहीं है. जब पानी की धारा तेज होती है तो उसमें बड़े-बड़े पेड़ उखड़ जाते हैं, अब हमारी धारा तेज हो चुकी है.


 अगड़ी जातियों के गरीब लोगों को भी निजी क्षेत्र में आरक्षण मिलना चाहिए- पासवान


इसके साथ ही रामविलास पासवान ने कहा कि पिछड़ी जातियों के साथ ही अगड़ी जातियों के गरीब लोगों को भी निजी क्षेत्र में आरक्षण मिलना चाहिए. अब से मैं सिर्फ पिछड़ी जातियों के बारे में ही नहीं बल्कि पूरे 60 फीसदी के बारे में बात करूंगा.


गौरतलब है कि यूपी में मायावती और अखिलेश यादव के बीच गठबंधन पर कल मुहर लग सकती है. शनिवार को मायावती और अखिलेश पहली बार एक साथ मीडिया से मुखातिब होंगे और संभवत: गठबंधन की आधिकारिक एलान करेंगे. इससे पहले आज मायावती और अखिलेश की लखनऊ में मुलाकात होगी, जिसमें सीटों को लेकर अंतिम मुहर लगेगी. सूत्रों के मुताबिक, दोनों पार्टियां 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूबे में लोकसभा की 80 सीटें हैं. बांकी बची छह सीटें अन्य छोटे दलों के लिए एसपी-बीएसपी छोड़ेगी.


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