लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक के बाद एक कड़े फैसले ले रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने अयोध्या में कई सालों से बंद चल रहे रामलीला के मंचन को लेकर बड़ा फैसला लिया. सीएम योगी के आदेश के बाद अयोध्या में रामलीला का मंचन शुरू किया जाएगा.



मथुरा में रासलीला और चित्रकूट में भजन संध्या कार्यक्रम


सीएम योगी ने कहा, ‘‘अयोध्या में कई सालों से बन्द पड़ा रामलीला का मंचन प्रारम्भ कराया जाए. इसी प्रकार मथुरा में रासलीला और चित्रकूट में भजन संध्या कार्यक्रम को सुचारु रूप से संपन्न कराया जाए.’’ सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में रामलीला का मंचन कई साल से बंद चल रहा था, जिसे फिर से शुरू करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं.


ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल वेबसाइट को 15 दिन में लॉन्च कराने के निर्देश


मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मन्दिर में ई-पूजा, ई-डोनेशन, कैलाश मानसरोवर यात्रा, सिन्धु यात्रा हेतु ऑनलाइन आवेदन और ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल वेबसाइट को आगामी 15 दिन में लॉन्च कराने के निर्देश दिये.


तीर्थ यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान


योगी ने कल देर रात धर्मार्थ कार्य विभाग के प्रस्तुतिकरण के दौरान कहा कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा हेतु आवश्यकता के अनुसार बाउण्ड्री निर्माण के साथ-साथ तीर्थ यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुये अप्रोच रोड बनाने का कार्य प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराया जाये.



फाइल फोटो

उन्होंने कहा कि अयोध्या में 14.77 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भजन संध्या स्थल का निर्माण कार्य जून 2018 तक निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ प्रत्येक दशा में पूर्ण करा लिया जाये. चित्रकूट में भजन संध्या एवं परिक्रमा स्थल के निर्माण कार्य हेतु स्वीकृत 13.75 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाले कार्यों को प्राथमिकता के साथ निर्धारित समय-सारिणी में पूर्ण कराना सुनिश्चित कराया जाये.


प्राथमिकता से सुनिश्चित कराये जायें विकास कार्य


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सुप्रसिद्ध मंदिरों के संपर्क मार्ग चार लेन बनाये जाने के साथ-साथ जन सुविधा हेतु बैठने, विश्राम गृह, पेयजल सुविधाओं के विकास कार्य भी प्राथमिकता से सुनिश्चित कराये जायें.


धार्मिक स्थलों के धार्मिक तालाबों का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का कार्य भी प्राथमिकता से सुनिश्चित कराया जाये. उन्होंने ब्रज चौरासी कोसी परिक्रमा परिपथ का विकास और जनसुविधा कार्य विकसित कराये जाने के निर्देश दिये.