नई दिल्ली: एलजेपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से दलित और पिछड़़े समुदाय के लिए किए गए कार्यों को रेखांकित करने के लिए देशव्यापी कार्यक्रम चलाने की घोषणा की. पासवान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में बिहार में चार दलों वाला गठबंधन कायम रहेगा. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा की आरएलएसपी और लालू प्रसाद के राष्ट्रीय जनता दल के बीच गठबंधन की अटकलबाजी को तवज्जो नहीं दी.


पासवान ने कहा, ‘‘आरजेडी का कोई भविष्य नहीं है. लालू यादव जेल जा रहे हैं और उनके बेटे आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं. ऐसे में किसी को उस पार्टी के साथ गठबंधन क्यों करना चाहिए? एनडीए के सभी चार दल एकसाथ लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे और बिहार में सभी 40 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे.’’


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एलजेपी 30 अगस्त को पंजाब में, चार सितंबर को गुजरात में, पांच सितंबर को लखनऊ में और हरियाणा के कैथल में 16 सितंबर को दलित अधिकार रैली और दूसरे कार्यक्रम आयोजित करेगी. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत अन्य शहरों को भी कवर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुहिम के दौरान पिछली सरकार के कथित मनमानेपन पर भी फोकस किया जाएगा.


रामविलास पासवान ने दावा किया कि दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार पर कानून मजबूत करने के मोदी सरकार के फैसले के साथ ही सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में इन समुदायों के लिए आरक्षण की पैरवी से एनडीए के पक्ष में जोरदार माहौल बना है. लोकसभा चुनावों में आठ महीने से भी कम समय रह गया है ऐसे में एनडीए दलितों को अपने पक्ष में करने के लिये तमाम प्रयास कर रही है.