इंसाफ ना मिलने पर रेप पीड़िता ने दी आत्मदाह की धमकी, पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट
पुलिस कर्मियों ने रेप पीड़िता को नजर बंद कर दिया उसके घर के बाहर निकलने पर भी पाबंदी लगा दी. घर के अन्दर-बाहर पुलिस का पहरा लगा हुआ है. पुलिस लगातार काउंसलिंग कर उसे समझाने के प्रयास में जुटी है.
कानपुर: कानपुर में एक चौका देने वाला मामला सामने आया जब एक साल से न्याय की गुहार लगा रही गैंगरेप पीड़िता ने आत्मदाह की धमकी दे डाली. वह दिन रात पुलिस अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगाती रही. लेकिन जब उसे न्याय नहीं मिला तो उसने आत्मदाह करने की ठान ली. लेकिन यह खबर जैसे ही पुलिस महकमे को लगी तो हड़कंप मच गया. पुलिस कर्मियों ने रेप पीड़िता को नजर बंद कर दिया उसके घर के बाहर निकलने पर भी पाबंदी लगा दी. घर के अन्दर-बाहर पुलिस का पहरा लगा हुआ है. पुलिस लगातार काउंसलिंग कर उसे समझाने के प्रयास में जुटी है. काकादेव थाना क्षेत्र शास्त्री नगर में रहने वाले राम किसन (काल्पनिक नाम) काफी बुजुर्ग है.परिवार में पत्नी और चार बेटिया हैं जिसमें से बड़ी बेटी नेहा (काल्पनिक नाम) के साथ 2 अप्रैल 2017 को गैंग रेप हुआ था. दरसल नेहा के एक दूर के रिश्तेदार आदित्य सैनी ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर गैंग रेप किया था. आदित्य सैनी रूड़की का रहने वाला है.
वीडियो वायरल करने की धमकी देकर आरोपी ने किया था रेप
पीड़िता ने बताया कि बीते 2 अप्रैल 2017 को मेरे पास आदित्य सैनी का फोन आया कि तुम्हारे कुछ पर्शनल वीडियो मेरे पास हैं. यदि तुम मुझसे मिलने नहीं आई तो यह वीडियो वायरल कर दूंगा. 2 अप्रैल 2017 को को शाम के वक्त आदित्य सैनी ने मुझे बिठूर में मिलने के लिए बुलाया था. जब मै उससे मिलने पहुंची तो उसने मुझे गाड़ा में बैठा लिया जहां पर दो अज्ञात युवक पहले से ही थे. आदित्य सैनी और उसके दोस्तों ने मेरे साथ गैंगरेप किया इसके बाद मुझे बीच रास्ते में आधी रात को छोड़ कर भाग गए. बदहवास हालत में मैं घर पहुंची थी.
पीड़िता ने कहा- आज तक नहीं हुई आरोपी की गिरफ्तारी इसके बाद मैं गैंग रेप की एफआईआर के लिए बिठुर थाने और पुलिस अधिकारियो के दफ्तरों के चक्कर कटती रही.लेकिन मेरी सुनवाई कही भी नहीं हुई. मेरी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई. जब मैंने सीएम और पुलिस के उच्च अधिकारियों को लेटर लिखे तब पुलिस ने अपनी कार्यवाई शुरू की. लेकिन आज दिन तक न तो आदित्य सैनी की गिरफ़्तारी हुई ना ही पुलिस ने कोई उस कार्यवाई की.
पीड़िता ने कहा- पुलिस मुझ पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रही है जब मै परेशान हो गई तो मैंने पुलिस को लेटर लिखा कि यदि आदित्य सैनी की गिरफ़्तारी नहीं हुई तो मै आत्मदाह कर लूंगी. इसके बाद से पुलिस ने मेरे घर पर डेरा डाल दिया. मुझे घर से बाहर भी नहीं निकलने दे रही है. पुलिस मुझ पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रही है . इसके साथ ही पुलिस कह रही है कि हमें लिख कर दो की आत्महत्या नहीं करेंगे. मै और मेरा परिवार वैसे ही बहुत मानसिक रूप से परेशान है उस पर पुलिस हमें और प्रताड़ित कर रही है.
वहीँ इस मामले पर सीओ स्वरूप नगर अभय नरायन राव का कहना है कि पीड़ित महिला द्वारा कुछ मुकदमे लिखवाए गए हैं. जिसमे कुछ 156 के तहत दर्ज है, जो की पुलिस की जांच में फर्जी पाया गया है. सीओ का कहना है की अब पीड़िता चाहती है की पुलिस इन मामलो पर कार्यवाही करे. इसीलिये इन्होंने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए एक पत्र जारी करते हुए चेतावनी दी है कि अगर जांच नहीं की गई तो आत्मदाह कर लेंगी. इसी मामले पर पीड़िता को समझाने के लिए पुलिस की टीम तैनात है और कोशिश की जा रही है कि वो आवेश में आकर कोई गलत कदम ना उठाए. जो भी उचित होगा वो किया जायेगा.साथ ही सीओ ने बताया की अगर पीड़िता फिर भी नहीं मानेगी तो जो भी कदम पुलिस को उठाने पडेंगे उसमे हम पीछे नही हटेंगे.