इलाहाबाद: यूपी के कौशाम्बी में रेप की शिकार एक महिला ने इंसाफ न मिलने पर सीएम योगी को अपने खून से खत लिखकर मदद की गुहार लगाई है. महिला का आरोप है कि एक तांत्रिक पिछले पांच सालों से उसे ब्लैकमेल कर उसके साथ रेप कर रहा था.
आरोप है कि इस बारे में उसने कई बार पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने आरोपी तांत्रिक के रसूख के चलते उसके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उल्टा पीड़िता व उसके पति के साथ ही मारपीट की. सीएम को खून से लिखे गए खत में पीड़िता ने कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
मुकदमा दर्ज हेने से नाराज बीआरडी के जूनियर डॉक्टर बेमियादी हड़ताल पर
मामले के तूल पकड़ने के बाद बैकफुट पर आई कौशाम्बी पुलिस ने आरोपी तांत्रिक के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज कर लिया है. हालांकि आरोपी तांत्रिक को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. यह मामला कौशाम्बी ज़िले के करारी इलाके का है.
महिला ने आरोप लगाया है कि इलाके का एक तांत्रिक पिछले पांच साल से ब्लैकमेल कर उसके साथ रेप कर रहा था. पांच साल पहले वह बीमारी से निजात पाने के लिए तांत्रिक बाबा अजमल शाह के पास गई तो तांत्रिक ने धोखे से उसे कुछ नशीला सामान खिलाकर उसके साथ रेप किया.
नोएडा में पुलिस ने वकील के साथ की मारपीट, प्रदर्शन के बाद कांस्टेबल निलंबित
इसके बाद वह सबको बता देने की धमकी देते हुए उसे ब्लैकमेल कर लगातार अपने पास बुलाता रहा. महिला का आरोप है कि कुछ दिन पहले वह आरोपी तांत्रिक के खिलाफ शिकायत लेकर थाने गई तो वहां उसकी मदद करने के बजाय उल्टा उसके व उसके पति के साथ मारपीट की गई और उसे भगा दिया गया.
बहरहाल कौशाम्बी पुलिस ने अब आरोपी तांत्रिक अजमल शाह के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 व 452 के तहत केस दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जा रही है.
दूसरी तरफ पीड़िता ने एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस से इंसाफ मिलने पर आशंका जताते हुए अपने खून से सीएम योगी को खत लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है. पीड़िता ने खून से लिखे खत में गंभीर आरोप लगाए हैं.
यूपी: रेप पीड़िता ने खून से खत लिखकर सीएम योगी से लगाई इंसाफ की गुहार
एबीपी न्यूज़
Updated at:
18 Sep 2018 08:56 AM (IST)
यूपी के कौशाम्बी में रेप की शिकार एक महिला ने इंसाफ न मिलने पर सीएम योगी को अपने खून से खत लिखकर मदद की गुहार लगाई है. महिला का आरोप है कि एक तांत्रिक पिछले पांच सालों से उसे ब्लैकमेल कर उसके साथ रेप कर रहा था.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -