राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सोनिया गांधी को दी इतिहास पढ़ने की सलाह
संघ ने कहा आज़ादी की लड़ाई किसी एक पार्टी या परिवार की बपौती नहीं है. मनमोहन वैद्य ने बताया कि संघ के संस्थापक केशव बलिदान हेडगवार ख़ुद असहयोग आंदोलन में साल भर जेल में रहे, यही नहीं हज़ारों स्वयंसेवकों ने देश के लिए अपने जान की बाज़ी लगा दी.
लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सोनिया गांधी को इतिहास पढ़ने की सलाह दी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा कि कांग्रेस में लोगों का भरोसा होता तो आज पार्टी इस हालत में नहीं होती. जबकि संघ की ताक़त लगातार बढ़ती जा रही है.
संसद में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूछा था "आज़ादी की लड़ाई में वे लोग कहां थे?" वैद्य इन दिनों गोरखपुर में हैं. यहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी तीन दिनों के दौरे पर आए हुए हैं.
संघ ने कहा आज़ादी की लड़ाई किसी एक पार्टी या परिवार की बपौती नहीं है. मनमोहन वैद्य ने बताया कि संघ के संस्थापक केशव बलिदान हेडगेवार ख़ुद असहयोग आंदोलन में साल भर जेल में रहे, यही नहीं हज़ारों स्वयंसेवकों ने देश के लिए अपने जान की बाज़ी लगा दी. उन्होंने बताया कि साल 1934 में महात्मा गांधी खुद वर्धा में संघ के शिविर में ठहरे थे.
ये चर्चा आम है कि मोदी सरकार बनने के बाद संघ में नए लोगों की बाढ़ आ गई है लेकिन प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ऐसा नहीं मानते. एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "साल 2010 से ही हमारी ताक़त बढ़ने लगी थी, लेकिन केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से मीडिया और नौजवानों में संघ को समझने की इच्छा बढ़ी है.''
साल 2015 के शुरुआती छह महीने में 31800 लोगों ने संघ का मेंबर बनने के लिए आवेदन किया. जबकि साल 2016 में ये संख्या 46200 और 2017 में बढ़कर 72800 तक पहुंच गई.