मुंबईः कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर के धार्मिक स्थल पिछले कई दिनों से बंद थे. धीरे-धीरे यह धार्मिक स्थल खुल रहे हैं. सऊदी अरब में भी हज की शुरुआत की चर्चा है. यह भी बताया जा रहा है कि इस बार अनुमति केवल सऊदी अरब के नागरिकों को मिलेगी.


हज को लेकर सऊदी अरब के फैसले के खिलाफ दुनिया भर में आवाज उठ रही है. इसी फैसले का मुंबई की रजा अकादमी ने भी विरोध किया है. रजा अकादमी के मुखिया का कहना है कि यह सरासर गलत फैसला है. सऊदी अरब के लोग हज को अपनी जागीर न समझें. रजा अकादमी की मांग है कि दुनिया भर के लोगों को हज में जाने की अनुमति दी जाए.


रजा एकेडमी का कहना है कि कोरोना वायरस अब ठंडा पड़ रहा है और सऊदी अरब में मस्जिदें धीरे-धीरे खुल रही हैं. दुनिया भर में हवाई सर्विस भी शुरू हो रही हैं और ऐसे मौके पर हज को रोकना सरासर ज्यादती है. रजा अकादमी का कहना है कि पूरी दुनिया के मुसलमानों को जाने की इजाजत दी जाए और कम से कम हर देश के 1 हज़ार लोगों को हज करने की अनुमति दी जाए.


रजा अकादमी की मांग है कि जिस तरह से सऊदी सरकार अपने देश के लोगों की हज का इंतजाम कर सकती है उसी तरीके से दुनिया भर से आए लोगों के हज का इंतजाम भी कर सकती है. अगर सऊदी सरकार ऐसा नहीं कर पा रही है तो दुनिया भर के मुस्लिम धर्मगुरुओं के संग चर्चा करें और उसके बाद ही कोई फैसला ले. रजा अकादमी का कहना है कि हज पर सऊदी अरब के लोगों के एकाधिकार बिल्कुल सही नहीं है.


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