लखनऊ: यूपी में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ गए हैं जिसके बाद से लोग अपनी नाराजगी जता रहे हैं. अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत 73.79 रुपये और एक लीटर डीजल की कीमत 65.40 रुपये हो गई है. सरकार ने अक्तूबर 2018 में पेट्रोल-डीजल से वैट हटा लिया था जिसे अब दोबारा लगा दिया गया है.


मुरादाबाद में एक पेट्रोल पंप पर एबीपी न्यूज़ संवाददाता ने लोगों से बात की. लोगों ने कहा कि सरकार के इस फैसले से उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. एक शख्स ने बताया कि वो मार्केटिंग की नौकरी करते हैं और कंपनी उन्हें पेट्रोल का एक निश्चित पैसा देती है. ऐसी स्थिति में बढ़ा हुआ पैसा फिलहाल उन्हें अपनी जेब से देना होगा.


मेरठ में लोगों ने कहा कि उनकी जेब पर इस बढे दाम का असर पड़ेगा. एक शख्स ने कहा कि लगातार दाम बढ़ रहे हैं, टैक्स बढ़ रहा है लेकिन जनता को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे भी मिले जिन्होंने कहा कि सरकार विकास के काम कर रही है और इसके लिए पैसों की जरूरत होती है जो टैक्स से मिलते हैं.



वाराणसी में लोगों ने कहा कि वे पहले से ही महंगाई से परेशान थे और अब पेट्रोल का दाम बढ़ गया है. लोगों ने चिंता जताई कि इस कारण आने वाले वक्त में हर चीज के दाम बढ़ सकते हैं. किसानों ने कहा कि वे पहले ही परेशान थे क्योंकि खेती लगातार महंगी होती जा रही है और अब डीजल के दाम बढ़ने से और कठिनाई बढ़ जाएगी.


वहीं इस पूरे मुद्दे पर बीजेपी प्रवक्ता शलभ मनी त्रिपाठी का कहना है कि करीब तीन हज़ार करोड़ रुपये की रियायत वैट छूट के तौर पर दी गई, लेकिन तमाम विकास कार्यों के लिए सरकार को धन की आवश्यकता होती है. सरकार कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है.


दूसरी ओर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा,"यूपी बीजेपी सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल की कीमत में भारी वृद्धि महंगाई बढ़ाने व करोड़ों गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों के पेट पर लात मारने वाला क्रूर कदम है. बदतर क़ानून-व्यवस्था, महंगाई व बेरोज़गारी से त्रस्त जनता का दुःख और बढ़ेगा. सरकार जनहित पर ध्यान केन्द्रित करे तो बेहतर है."