नई दिल्लीः पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के 40 एटीएम की रियलिटी चेक में 36 एटीएम फेल मिले. 10 दिसम्बर माह के दूसरे शनिवार की छुट्टी, 11दिसंबर रविवार की छुट्टी और 12 दिसंबर को वाराणसी में बारावफात की छुट्टी के चलते इन तीन दिनों में बैंक के ताले नहीं खुलेंगे. 8 नवम्बर को नोटबंदी के बाद से जनता अपने ही रुपयों के लिए परेशान है. 3 दिनो के बैंक बंदी के बाद एटीएम ही जनता का सहारा है लेकिन पीएम के संसदीय क्षेत्र में एटीएम भी जवाब दे गए है.


वाराणसी 40 एटीएम पर एबीपी न्यूज टीम की बड़ी पड़ताल
वाराणसी के चालीस एटीएम की पड़ताल के बाद एबीपी न्यूज ने पाया कि शहर के प्रमुख क्षेत्रों के 90 फीसदी एटीएम काम नहीं कर रहे है. एबीपी न्यूज ने वाराणसी के 40 एटीएम की रियलिटी चेक किया जिसमे से 36 एटीएम या तो बंद रहे या तो रुपये नहीं थे. कुल मिलाकर बैंक बंद होने के बाद एटीएम भी जनता का साथ नहीं दे रही है. फिर भी जनता पीएम मोदी जी के 50 दिन की मांग का साथ देने को तैयार है. बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले संदीप तिवारी वाराणसी बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन करने आये है. संदीप ने कल से आज में 15 से 20 एटीएम चेक किया तब इन्हें मात्र 2000 रुपये मिले. इतनी परेशानियों के बाद भी संदीप मोदी जी के साथ है.

वाराणसी के हर क्षेत्र में एटीएम को चेक करने पर जो सच्चाई सामने आई 
भारतीय स्टेट बैंक की फरमान रोड शाखा से एटीएम की पड़ताल शुरू की गयी. इस एटीएम पर कैश नहीं था.
यस बैंक सिगरा थाना के पास कैश नहीं था. आई पी माल के बगल की एक्सिस बैंक शाखा में कैश नहीं था.
शास्त्री नगर पीएनबी के एटीएम कैश नहीं था.
इसी तरह से सिगरा, रथयात्रा, लक्सा, गुरुबाग, कमच्छा, शीशमहल, रथयात्रा, महमुरगंज, सिगरा चौराहा, नगर निगम, चन्दुआ सट्टी, विद्यापीठ रोड, इंगलिशिया लाईन, कैंट रेलवे स्टेशन, रोडवेज, परेडकोठी, मलदहिया समेत शहर के प्रमुख क्षेत्रो के एटीएम बंद मिले.

इन 40 एटीएम में भवानी मार्केट रथयात्रा के एसबीआई के एटीएम पर रुपये थे. इसके साथ ही एचडीएफसी महमुरगंज, यूबीआई कैंट रेलवे स्टेशन और एसबीआई रोडवेज के बगल में इन 4 एटीएम पर लोगों की भीड़ दिखी. जहा से लोग 2-2000 रुपये निकाल पा रहे थे. सबसे बड़ी बात जिस एटीएम में पैसे थे उसमें भीड़ थी लेकिन सभी लोग इस आशंका में थे कि कहीं अपना नंबर आने पर एटीएम से पैसा मिलेगा या नहीं लेकिन उम्मीद में लाईन में लगे रहे.

सारी परेशानी के बावजूद नोटबंदी के प्रश्न पर सभी का मिले जुले शब्दों में एक ही जवाब की प्रधानमंत्री के फैसले के साथ है और आने वाले समय में देश में इस फैसले से सब बहुत अच्छा होगा. यानी साफ है कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र की जनता पैसे निकालने में आ रही दिक्कत के बावजूद प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले को समर्थन दे रही है.