नई दिल्लीः अयोध्या में धर्म सभा के दिन रामलला के दर्शन करने वालों ने रिकार्ड बना दिया. एक दिन में ही क़रीब 68 हज़ार भक्तों ने भगवान की पूजा की. ये इस साल का रिकार्ड है. इतनी संख्या में कभी भी इतने सारे लोग राम जन्म भूमि नहीं पहुंचे थे. धर्म सभा के कारण कई तरह की पाबंदियों के बावजूद हज़ारों लोगों ने राम लला के दर्शन किए.


अयोध्या में रामलला का मंदिर सिर्फ़ 8 घंटों के लिए ही खुलता है. मंगला आरती के बाद सवेरे 7 बजे दर्शन शुरू होता है. फिर भोग आरती के साथ मंदिर 11 बजे बंद हो जाता है. 25 नवंबर को इस दौरान 27 हज़ार 64 लोगों ने भगवान राम के दर्शन किए. जाड़े के मौसम में मंदिर फिर दोपहर 2 बजे खुलता है और शाम 6 बजे बंद हो जाता है. इन चार घंटों में 40 हज़ार 824 भक्तों ने रामलला के दर्शन किए. इस तरह एक दिन में 67 हज़ार 888 लोग राम मंदिर पहुंचे ये इस साल का रिकार्ड है जबकि

24 नवंबर को 17,680
23 नवंबर को 49,112 और
22 नवंबर को 27,635

लोगों ने भगवान के दर्शन किए. कार्तिक महीना हिंदू धर्म में सबसे अधिक शुभ माना जाता है. इस दौरान अयोध्या नगरी में मेला लगा रहता है. देश के कोने कोने से लोग रामलला के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. 23 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा थी. इस दिन सरयू में स्नान और फिर भगवान राम की पूजा की परंपरा रही है. इसीलिए उस दिन राम जन्म भूमि पहुंचने वालों की संख्या 50 हज़ार के क़रीब पहुंच गई थी.

विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने 25 नवंबर को अयोध्या में धर्म सभा बुलाई थी. शहर के अंदर गाड़ियों की आवाजाही पर रोक थी. सुरक्षा कारणों से राम जन्म भूमि तक पहुंचने के अधिकतर रास्ते बंद कर दिए गए थे. चप्पे चप्पे पर सुरक्षा कर्मी तैनात कर दिए गए थे. इसके बावजूद संख्या के मामले में लोगों ने रामलला के दर्शन के साल भर के रिकार्ड तोड़ दिए.

हमें मंदिर के लिये टुकड़ा नहीं पूरी जमीन चाहिए, बंटवारे का फॉर्मूला मंजूर नहीं: विहिप

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर कोई मकबरा या मस्जिद नहीं बनने दी जाएगी: केशव प्रसाद मौर्य