पटना: बिहार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गठबंधन सरकार में इन दिनों शायद सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. आज ही जब इंटरनेशनल योग दिवस के मौके पर पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में कार्यक्रम आयोजित किया गया तो नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की तरफ से ना ही मंत्री और ना ही अदना सा कोई कार्यकर्ता ही भाग लेने पहुंचा. वहीं सुशील कुमार मोदी, मंत्री रविशंकर प्रसाद और रामकृपाल यादव समेत बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
नीतीश की पार्टी जेडीयू की गैर मौजूदगी पर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में बीजेपी कोटे के सभी मंत्री मौजूद नहीं थे, लेकिन इसका यह मतलब नहीं निकलता है कि वह सभी योग के विरोधी हैं. यह जरूरी नहीं है कि सभी आएं और योग कार्यक्रम में भाग लें.
वहीं जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि योग दिवस पर सबको बधाई है. हम लोग अपने अपने घरों में वर्षों से योग करते रहे हैं आज भी किए. जेडीयू के इस आयोजन में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा कि ये एक साधना है जिसे हमारे पूर्वज भी करते रहे हैं. बीजेपी के साथ जोड़कर इसे नहीं देखा जाना चाहिए.
2015 में बिहार की राजधानी पटना में अमित शाह खास तौर पर हिस्सा लेने आए थे. उस साल लालू ने खूब मज़ाक उड़ाया था जबकि नीतीश इसे सार्वजनिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत बताया था. अब सरकार में शामिल होने बाद भी नीतीश योग के आयोजन में नहीं आए. हालांकि नीतीश अपने घर पर हर रोज की तरह आज भी योग का अभ्यास किए.
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दरअसल, बिहार की एनडीए (बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी, आरएलएसपी) में लंबे समय से खटपट चल रही है. सभी की नजर 2019 के लोकसभा चुनाव पर है. नीतीश कुमार ने पिछले महीने लोकसभा चुनाव में 25 सीटों की मांगकर बीजेपी पर दबाव बढ़ा दिया था. बीजेपी ने तब तो नीतीश को बड़ा भाई मान लिया, लेकिन अब बीजेपी ने पलटवार किया है. बिहार बीजेपी के महामंत्री राजेंद्र सिंह ने 22 सीटों का दावा पेश किया है. कहा है कि जहां बीजेपी के उम्मीदवार पिछला चुनाव जीते हैं उन तमाम सीटों पर बीजेपी फिर से अपना कैंडिडेट खड़ा करेगी.
आरएलएसी और एलजेपी भी 2014 लोकसभा चुनाव की तर्ज पर ही सीट मांग रही है. 2014 लोकसभा चुनाव में जेडीयू बीजेपी से अलग हो गई थी. पिछले दिनों नीतीश ने भारतीय जनता पार्टी आगाह करते हुए कहा था कि हम काम करते रहेंगे. हम कभी भी क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, ‘’बहुत लोगों को एलाइंस-वलाइन्स पर परेशानी होने लगती है. उसको छोड़िए. काम के एजेंडे को देखिए. हम न्याय के साथ विकास को लेकर आगे बढ़ रहे है. हम लोगों की सेवा में लगे रहते हैं.’’
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