गोरखपुरः छोटी सी गलती से परिवार के साथ अहमदाबाद जा रहे युवक की फ्लाइट मिस हो गई. गनीमत ये रही कि वो जेल की हवा खाने से बच गया. दरअसल देवरिया के रहने वाले युवक को स्पाइस जेट की फ्लाइट से दिल्ली और फिर अहमदाबाद जाना था. वो अपनी पत्नी और बेटे के साथ गोरखपुर से नई दिल्ली के लिए जाने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट पकड़ने के लिए गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचा. वहां पर उसके बैग में जांच के दौरान रिवाल्वर की चार बुलेट मिल गई. एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने जांच में ये पाया कि भूलवश उसके बैग में उसके लाइसेंसी रिवाल्वर की चार गोलियां आ गई थी. पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया.
कुंभ से पहले इलाहाबाद को मिली ट्रॉमा सेंटर की सौगात, हाईटेक सुविधाओं से है लैस
युवक को स्पाइस जेट की फ्लाइट से दिल्ली और वहां से अहमदाबाद जाना था
देवरिया के रामपुर कारखाना थानाक्षेत्र के रामपुर हीरामन गांव का रहने वाला सुधीर कुमार यादव अहमदाबाद के एक स्कूल में क्लर्क है. वो पत्नी अंजना और 21 साल के बेटे सौरभ के साथ छुट्टियों में गांव आया था. आज उसे गोरखपुर से दिल्ली के लिए जाने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट से दिल्ली और वहां से अहमदाबाद जाना था. वो 12 बजे पत्नी अंजना और बेटे सौरभ के साथ फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुंचा. वहां पर एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगे अधिकारियों ने जब उसके बैग की तलाशी ली, तो उसमें 32 बोर के रिवाल्वर की चार मैगजीन मिल गई.
आरोपी युवक के पास थी रिवाल्वर के लाइसेंस की फोटो कॉपी
मामला संदिग्ध मालूम होने पर एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने उससे पूछताछ की. गोरखपुर एयरपोर्ट एथॉरिटी के डायरेक्टर बीएस मीना ने घटना की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि आरोपी युवक के पास उसकी रिवाल्वर के लाइसेंस की फोटो कॉपी थी. लेकिन, ओरिजनल डाक्यूमेंट नहीं होने के कारण उसे कैंट पुलिस को पूछताछ के लिए सुपुर्द कर दिया गया. कैंट पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि सुधीर कुमार यादव अहमदाबाद के किसी स्कूल में क्लर्क है. वो रामपुर कारखाना क्षेत्र के रामपुर हीरामन गांव का रहने वाला है. उसने 32 बोर की अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर देवरिया के गन हाउस पर पहले ही जमा कर दी थी.
बैग में गलती से बेटे सौरभ ने रिवाल्वर का कवर रख दिया था
उसके बैग में गलती से बेटे सौरभ ने रिवाल्वर का कवर रख दिया था. उसी कवर में चार मैंगजीन लगी हुई थी. कैण्ट पुलिस ने बताया कि अधिकारियों से बातचीत और उसके भाई द्वारा ओरिजनल लाइसेंस लेकर आने के बाद उसे कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद छोड़ दिया गया. क्योंकि युवक ने गलती से मैगजीन बैग में रख ली थी. लिहाजा उसकी मंशा गलत नहीं थी. इसके साथ ही वो पहले ही अपनी रिवाल्वर भी जमा कर चुका था. ऐसे में उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करना उचित नहीं था. हालांकि उसके पास से रिवाल्वर भी बरामद हो जाती, तो आपराधिक कृत्य मानकर उसे जेल भेजना पड़ता.
जेल की हवा खाने से बच गया
छोटी सी गलती के कारण युवक एक तो जेल की हवा खाने से बच गया. वहीं उसकी दिल्ली की फ्लाइट भी मिस हो गई. ऐसे में फ्लाइट से सफर करने वाले लोगों को इस बात की एहतियात बरतनी चाहिए कि वो कोई ऐसी चीज लेकर सफर करने तो नहीं जा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें जेल की हवा खानी पड़े.