भोजपुरी में किए तेजस्वी यादव के ट्वीट पर भिड़ी जेडीयू और आरजेडी
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के इस ट्वीट की निंदा करते हुए जेडीयू ने उनकी औपचारिक शिक्षा की कमी पर निशाना साधा. आरजेडी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि कालिदास और तुलसीदास जैसे महान कवियों के पास भी अकादमिक योग्यता नहीं थी.
पटना: आजेडी नेता तेजस्वी यादव के एक ट्वीट से बिहार में राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है. उन्होंने इस ट्वीट में हाल में जोकिहाट सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी की जीत पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की हार का मजाक उड़ाया था.
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के इस ट्वीट की निंदा करते हुए जेडीयू ने उनकी औपचारिक शिक्षा की कमी पर निशाना साधा. आरजेडी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि कालिदास और तुलसीदास जैसे महान कवियों के पास भी अकादमिक योग्यता नहीं थी. आरजेडी ने चुनौती दी कि सत्तारूढ़ पार्टी मुख्यमंत्री और उनके नेता तेजस्वी यादव के बीच खुली बहस की व्यवस्था कर ले.
जोकिहाट विधानसभा सीट को जेडीयू से छीनने और 41,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज करने के एक दिन बाद तेजस्वी यादव ने कल भोजपुरी में ट्वीट किया था. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा , ‘‘ क्या नीतीश चच्चा जी ..! अंतरात्मा अभी जागेगी कि नहीं ... कि अब भी मोदीजी के डर से अंतरात्मा सोई ही रहेगी ? चुप क्यों हैं चच्चा ..? ये बच्चा तो सब चुनाव ही जीत रहा है. कहां गयी आपकी चमक ?? अब समझ में आ गया कि 2015 में किसके नाम पर वोट मिला था ?’’
का नीतीश चच्चा जी..! अंतरात्मा अभिओ जागी की ना....कि अभिओ मोदीजी के डर से अंतरात्मा सुतले रही? चुप काहे बाड़ऽ चच्चा..? ई बचवा तऽ सभे चुनऊवे जीतऽता, कहँवा गईल तोहार चमक?? अब समझ मे आ गइल की 2015 में केकरा नाम प वोट मिलल रहे? इ तs ट्रेलर हईं..शुरूआत हईं, फ़िल्म बाक़ी बा..
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 1, 2018
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू विधायक और प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जिस भाषा का उन्होंने इस्तेमाल किया उससे मैं हैरान हूं. मैंने उनसे ऐसी उच्च स्तरीय भाषा की अपेक्षा नहीं की थी जबकि वह हाईस्कूल भी पास नहीं कर पाए हैं. पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को आरजेडी अपना अगला उत्तराधिकारी घोषित कर चुका है.