2020 विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव होंगे RJD के CM उम्मीदवार, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हुआ फैसला
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें तेजस्वी यादव को सर्वसम्मति से 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया गया. इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि वह पहले की गलतियों से सीख लेकर आगे की शुरुआत करेंगे.
पटना: आरजेडी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आज तेजस्वी यादव को 2020 विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया गया. इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वह पहले की गलतियों से सीखकर आगे बढ़ेंगे. कार्यकारिणी की बैठक में लालू प्रसाद यादव का पूरा परिवार एक मंच पर दिखे, लेकिन दूरियां यहां भी साफ झलक रही थी. बैठक में तेजस्वी यादव ने नेताओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी में जो भी परेशानी है उसे दूर किया जा रहा है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और मीसा भारती भी पहुंचीं. इस दौरान दोनों ने ही तेजस्वी के सवाल पर कुछ भी बोलने से किया इनकार कर दिया. बैठक में आरजेडी नेता जय प्रकाश यादव ने कहा कि लालू यादव की गैर मौजूदगी में तेजस्वी ही पार्टी के नेता हैं. उन्होंने कहा कि अगला चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और 2020 के चुनाव में तेजस्वी यादव सीएम उम्मदीवार होंगे. आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष राम चन्द्र पूर्वे ने भी कहा कि तेजस्वी के नेतृत्व में 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा.
वहीं, आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानन्द तिवारी ने बैठक में बड़ा बयान देते हुए कहा कि चुनाव में हार पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जहानाबाद की सीट हम जीतते-जीतते हार गए. पार्टी में दो तरह की स्थितियां है. पार्टी विरोधी गतिविधि के लिए एक ओर कार्रवाई होती है वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों पर इसी काम के लिए कार्रवाई नहीं होती है. शिवानन्द तिवारी ने इशारों ही इशारों में तेजप्रताप यादव को निशाने पर लिया. बता दें कि जहानाबाद सीट पर तेजप्रताप यादव ने अपने समर्थक कैंडिडेट को उतारा था. शिवानन्द तिवारी ने तेजस्वी के जाति विशेष प्रेम पर भी हमला बोला.
शिवानंद तिवारी ने कहा "हम चाहते हैं कि तेजस्वी आगे बढ़ें. सभी का भरोसा जीतें. तेजस्वी कुछ लोग से घिरे नहीं दिखाई दें. एक ही जाति के बीच तेजस्वी घिरे हुए रहते हैं."
तेजस्वी ने बैठक के दौरान कहा कि पार्टी में सबको हमको साथ लेकर चलना है. जिनके साथ समाज में अन्याय हो रहा हम उनकी बात करते हैं. उन्होंने कहा कि जितनी कठिनाई हमारे पिता (लालू यादव) ने झेली है उतनी कठिनाई आजतक किसी नेता ने नहीं झेली है. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें जितना सताया जाएगा, तंग किया जाएगा, हम उतने मजबूत होंगे. उन्होंने काह कि केवल एक व्यक्ति पार्टी को मजबूत नहीं कर सकता. सबका मेहनत सबका साथ जरूरी है. स्वार्थ को किनारे रखना होगा. गलतियां मुझसे भी हुई है इसे दूर किया जाएगा. तेजस्वी ने कहा कि हर कोई लालू यादव नहीं हो सकता. मुझे पता है कि कौन किस मकसद से मेरे इस्तीफे का ख़बर चलाता है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार, सुखाड़, बाढ़ को हमें मुद्दा बनाना होगा. ये बिहार का चुनाव नहीं था देश का चुनाव था. देश के चुनाव और राज्य के चुनाव में अंतर होता है. वोटों का विभाजन न हो ये हमारी कोशिश रहेगी. पार्टी कांग्रेस के साथ है, लेकिन संगठन को मजबूत करने के लिए हमें दूसरे राज्यो में भी चुनाव लड़ना होगा. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के साथ गठबंधन को लेकर सुलह के द्वार खोले. उन्होंने कहा कि बीजेपी के संबंधों को लेकर सस्पेंस है. कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन हमारे पास कोई प्रस्ताव नहीं आया है.
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