पटना: बिहार की विधानसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. आरजेडी के भाई वीरेंद्र और ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार आपस मे भिड़ गए. भाई वीरेंद्र ने शैलेश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए. इस पर उन्होंने वीरेंद्र से माफी मांगने को कहा.


आरजेडी नेता वीरेंद्र ने कहा, "मंत्री जी आधी रात को अधिकारियों की बैठक करते है और बड़ी-बड़ी अटैची लेकर अधिकारी इनके घर जाते हैं. अटैची की बात सुनते ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक अपनी सीट से उठ कर हंगामा करने लगे. मंत्री शैलेश कुमार ने इस आरोप के बाद वीरेंद्र से माफी मांगने को कहा. इसी हंगामें के बीच सीएम नीतीश सदन में आए और शैलेश कुमार से बात करने लगे.


भाई वीरेन्द्र ने मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा, "सड़क बनवाने को लेकर जो भी मीटिंग होती हैं वो सब रात को होती हैं. लेकिन ये रात में मीटिंग करते हैं. कई दिन तक मैंने इनके घर के बाहर भीड़ देखी और उसमें से एक इंजीनियर मेरी पहचान का था. जब मैंने उससे पूछा यहां कैसे आए हो तो उसने जवाब दिया छोड़िए सर कुछ मामला है."


वीरेंद्र ने आरोप लगाते हुए कहा, "इनका रात में मीटिंग करना ये बताता है कि कहीं ना कहीं धांधली की जा रही है. इस विभाग में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. अगर जांच की जाए तो बड़े पैमाने पर धांधली का खुलासा हो जाएगा और बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की पोल खुलेगी."


वहीं मंत्री शैलेश कुमार ने सफाई देते हुए कहा, "ये आरोप गलत हैं. भाई वीरेंद्र की आदत हो गई है कि बैठे-बैठे कुछ ना कुछ बोलते रहते हैं. बहुत लोगों पर वो टिप्पणी करते हैं. आपने 15 साल के शासन में सिर्फ 723 किलोमीटर सड़क बनवाई जबकि नीतीश कुमार ने लगभग 93 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया है. बिहार को हमारे नेता ने शून्य से शिखर तक पहुचाने का काम किया है."


वहीं बीजेपी कोटे से मंत्री विजय सिन्हा ने बीच बचाव करते हुए कहा, "बिना प्रमाण के आरोप लगाना लोकतंत्र के मंदिर में उचित नहीं है. अगर आपने आरोप लगाया है तो उसका प्रमाण भी देना चाहिए नहीं तो आपको माफी मांगकर गलती स्वीकार करनी चाहिए. सिन्हा ने आगे कहा कि आपके नेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं तो आप उसी चश्मे से सभी को देखते हैं. आप हमेशा यही सोचते हैं कि सभी जेल में चले जाएं. गठबंधन के कोई नेता जेल में बंद नहीं हैं लेकिन आपके नेता जरूर बंद हैं.


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