पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीजेपी कोटा के मंत्रियों पर 31 मार्च तक सभा करने पर लगी रोक को नहीं मानने का आरोप लगाया. तेजस्वी यादव ने प्रेस रिलीज जारी किया. इसमें कहा गया है, "बिहार सरकार कोरोना वायरस के प्रकोप के प्रति पूर्णतः संवेदनहीन और असमंजस में नज़र आ रही है. हमारे प्रशिक्षण शिविर स्थल को कोरोना के नाम पर रद्द कर दिया गया. हमने ख़ुशी-ख़ुशी आदेश का पालन किया लेकिन स्वास्थ्य मंत्री सरकार की एडवाइजरी की ख़ुद धज्जियां उड़ा रहे है. सरकार का ऐसा दोहरा रवैया क्यों?''


उन्होंने कहा, ''सरकार के निर्णय और उनके मंत्रियों व विभागों में कहीं कोई तालमेल नहीं दिख रहा. सरकार की सलाह की ख़ुद उनके मंत्री और सहयोगी दल बीजेपी के प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष उल्लंघन कर रहे है. एक ओर सरकार स्कूल, कॉलेज, सिनेमाघर और पार्क इत्यादि बंद करवा रही है तो दूसरी ओर स्वयं स्वास्थ्य मंत्री ही रोहतास में बीजेपी कार्यकर्ताओं का मजमा सजा कर आम जनता की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं.''





कोरोना की तैयारी को लेकर सरकार से पूछे सवाल


तेजस्वी यादव ने पूछा क्या स्वास्थ्य मंत्री ने हर जिले में 100 से 300 बिस्तरों वाले सुसज्जित अत्याधुनिक तकनीक व चिकित्सकों से लैस आइसोलेशन वार्ड तैयार कर लिया है?क्या हर प्राथमिक उपचार केंद्र में कम से कम 10 बिस्तर के आइसोलेशन वार्ड तैयार हैं? क्यों कोरोना वायरस के संक्रमण के मुफ़्त जाँच और इलाज की घोषणा अब तक नहीं की गई है? आम नागरिकों को मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध करवाने में सरकार क्यों पल्ला झाड़ रही है? इनकी जमाखोरी व दाम बढ़ाकर मुनाफाखोरी रोकने के कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे?


आरजेडी नेता ने पूछा, ''स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे अपने दायित्वों के प्रति कब गम्भीर होंगे? कब तक उनकी और सरकार की संवेदनहीनता की कीमत बिहारवासी अपनी जान गंवा चुकाते रहेंगें? क्या स्कूल, कॉलेज बन्द करने जैसी सतही कार्यवाही मात्र से बिहार सरकार कोरोना के खतरे से निपटने के प्रति आश्वस्त हो चुकी है? समय रहते नीतीश सरकार कब जागेगी? क्या चमकी बुखार के तरह इस बार भी सरकार सैकड़ों जानों के लीलने के बाद ही जागने का अभिनय करने का मन बना चुकी है?''


स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को बर्खास्त करने की मांग की
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब सीमित क्षेत्र में सेवन के कारण फैलते चमकी बुखार से निपटने में सरकार को 2 महीने लग गए तो सांस व स्पर्श से फैलने वाले वायरस से यह सरकार कैसे निपटेगी? चमकी बुखार में मासूम बच्चे मरते जा रहे थे और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे क्रिकेट मैच का स्कोर पूछ रहे थे और कल जब मुख्यमंत्री कोरोना वायरस पर मीटिंग कर रहे थे तो जनाब अपने मोबाइल पर Video देखने में व्यस्त थे? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थोड़ी हिम्मत जुटाएँ और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करें.


दरअसल, कोरोना के खतरे को लेकर राज्य सरकार के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक के सरकार के निर्देश के बावजूद मंगल पांडेय ने शनिवार को पांच जिलों के बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक बैठक की. रोहतास के विक्रमगंज में आज बीजेपी ने पांच जिलों के कार्यकर्ताओं की कार्यशाला बुलायी थी. इसमें सैकड़ों लोग मौजूद थे. बीजेपी वर्करों के इस जुटान के मुख्य अतिथि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय थे. मंगल पांडेय ने कैमूर, रोहतास, भोजपुर, बक्सर और औरंगाबाद के बीजेपी कार्यकर्ताओं की इस बैठक को संबोधित किया.


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