पटना: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर आरजेडी विधायकों की बैठक हुई लेकिन इसमें उनके दोनों बेटे शामिल नहीं हुए. आज राबड़ी देवी ने पटना स्थित अपने आवास पर पार्टी के सदस्यता अभियान को लेकर चल रहे कार्यक्रम की समीक्षा बैठक थी. पार्टी के अधिकांश विधायक शामिल हुए लेकिन तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव दोनों ही नदारद थे. कई कार्यक्रम में तेजस्वी की लगातार गैरमौजूदगी आरजेडी के नेताओं को चिंतिंत कर रहा है. पार्टी नेताओं को कुछ भी कहने में नहीं बन रहा है.


आरजेडी नेता आलोक मेहता ने तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति के सवाल पर कहा कि ये बात हमको पता नहीं है और न ही इसकी जानकारी है. उन्होंने कहा कि कहा किआज की बैठक सदस्यता अभियान से संबंधित रूटीन बैठक थी.


वहीं पार्टी के सीनियर नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि इस बैठक में आज के दिन आना कोई जरूरी नहीं था लेकिन तेजस्वी की कमी महसूस की जा रही है. मीडिया से उन्होंने कहा कि तेजस्वी पार्टी के लोगों से लगातार मिल रहे हैं लेकिन मीडिया के लोगों से नहीं मिल रहे हैं. अभी जो कार्य चल रहा है उसमें तेजस्वी यादव की आवश्यकता नहीं है लेकिन जहां जरूरत होगी तो उन्हें आना ही पड़ेगा. सदस्यता अभियान की बैठक में हर पंचायत हर जिले के प्रभारी और विधायक मौजूद हैं. जिस दिन तेजस्वी को पार्टी की जरूरत होगी वे हम लोगों के बीच होंगे. इसके अलावा आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव को निमंत्रण की जरुरत नहीं है.


बता दें कि बिहार में अलगे साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में आरजेडी ने संगठन को मजबूती देने के लिए 9 अगस्त को पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत की. बिहार की लगभग हर बड़ी पार्टी सदस्यता अभियान चला रही है. चर्चा थी कि आरजेडी के सदस्यता अभियान की शुरुआत तेजस्वी यादव करेंगे लेकिन उस दिन भी वे नहीं आए.


लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से ही तेजस्वी की सक्रियता बहुत कम हो गई है. बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भी वह सदन में बहुत कम दिखे. आरजेडी ये एलान कर चुकी है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी ही पार्टी का चेहरा होंगे. लेकिन उनकी लगातार मौजदूगी कई सवाल खड़े कर रही है. जहां तक तेजप्रताप यादव का सवाल है तो वे लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर फैसले लेते दिखे. अपनी ही पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ कैंडिडेट उतार दिया.