राहुल गांधी की 'जादू की झप्पी' की आलोचना पड़ी भारी, आरजेडी ने लालू के करीबी रहे राष्ट्रीय प्रवक्ता को बाहर किया
आरजेडी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि त्रिपाठी के खिलाफ कई वरिष्ठ नेताओं ने शिकायत की थी कि वे दल विरोधी गतिविधियों में शामिल थे.
नई दिल्ली: आरजेडी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता शंकर चरण त्रिपाठी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. दरअसल लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी से गले मिलने को लेकर त्रिपाठी ने राहुल गांधी की आलोचना की थी. जिसके बाद आरजेडी ने यह कदम उठाते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया. त्रिपाठी को लालू यादव का बेहद करीबी माना जाता था.
आरजेडी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि त्रिपाठी के खिलाफ कई वरिष्ठ नेताओं ने शिकायत की थी कि वे दल विरोधी गतिविधियों में शामिल थे. इसको लेकर उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया था लेकिन उन्होंने अपनी तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया. शंकर चरण त्रिपाठी के इस रवैये के बाद आरजेडी ने उन्हें पार्टी के सभी पदों से मुक्त करते हुए निष्कासित करने का फैसला किया.
गौरतलब है कि 20 जुलाई को लोकसभा में जोरदार भाषण के बाद राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी की सीट पर जाकर उन्हें गले लगाया था. इतना ही नहीं लोकसभा में राहुल गांधी आंख मारते दिखे थे. इसके बाद सोशल मीडिया पर राहुल के इस अंदाज पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करनी शुरू कर दी. खास बात ये कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी राहुल गांधी के आंख मारने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने राहुल गांधी के भाषण को जोरदार बताया था और उनके आंख मारने के अंदाज को शानदार बताया था.
कौन हैं पंडित शंकर चरण त्रिपाठी?
पंडित शंकर चरण त्रिपाठी लखनऊ के रहने वाले हैं. सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी रहे हैं. अब रिटायर हो गये हैं. इनके चाहने वालों की लिस्ट बहुत लंबी बताई जाती है. जानने वाले बताते हैं कि मायावती के बारे में इनकी भविष्यवाणी सदैव सटीक रही है. लालू यादव शंकर चरण त्रिपाठी से इतने इंप्रेस दिख रहे हैं कि तुरंत में अपनी पार्टी में भी बड़ा स्थान दे दिया. त्रिपाठी को आरजेडी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया गया है.
बताया जाता है कि लालू ने रंगीन कुर्ता इन्हीं के कहने पर पहनना शुरु किया था. रंगीन कुर्ता पहनना शुरु करने के बाद लालू के दिन फिर और बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी. इसके बाद से तो बाबाजी पर लालू का भरोसा जम गया.