पटना: नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल द्वारा गांधी मैदान स्थित जेपी मूर्ति के सामने एक दिवसीय धरना दिया गया. इस एक दिवसीय धरने की अध्यक्षता आरजेडी के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने की. पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी, पूर्व सांसद बुलो मंडल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर रामचंद्र पूर्वे, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्धकी, उदय नारायण चौधरी, जमुई के विधायक विजय प्रकाश, मनेर के विधायक भाई वीरेंद्र और आरजेडी के तमाम नेता और कार्यकर्ता इस धरने में शामिल हुए.
बिल के विरोध में करीब दो घंटे तक जेपी मूर्ति के पास बैठे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अचानक उठकर अपने सभी आरजेडी के नेताओं के साथ गांधी मैदान स्थित बापू की मूर्ति के नीचे जा बैठे. वहीं एनआरसी के विरोध में समर्थन देने निकले कांग्रेस के नेता सह प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी और हम पार्टी का प्रतिनिधत्व करने पहुंचे दानिश रिजवान सभी तेजस्वी यादव के पीछे पहुंच गए और बापू के प्रतिमा के नीचे एकत्रित होकर बैठ गए. अपनी एकजुटता दिखाते हुए सभी ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये बिल राष्ट्र विरोधी है. भारत को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिस की जा रही है.
वहीं राज्य सरकार के इस बिल के समर्थन पर तेजस्वी ने सवाल उठाया और कहा, ''पहले नीतीश कुमार कहते थे कि देश को बांटने वाले समझौते में साथ नहीं दूंगा. लेकिन नीतीश कुमार आज मजबूर होकर वही कर रहे हैं जो बीजेपी इनसे करवाना चाहती है. ये मजबूरी सिर्फ उनकी कुर्सी है.'' उन्होंने कहा, ''कुर्सी कुमार को अपनी कुर्सी से इतना मोह हो गया है कि तीन तलाक हो या धारा 370 सभी में जेडीयू ने बीजेपी के साथ मिलकर धोखा देने का काम किया है.''
तेजस्वी ने दिलाई शपथ
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने सभी को शपथ दिलाई. तेजस्वी यादव ने कहा कि यह विधेयक देश के संविधान के खिलाफ है. हम सभी इस विधेयक का बहिष्कार करते हैं. हम अपनी नागरिकता को साबित करने के लिए सरकार को अपना कोई प्रमाण पत्र नहीं देंगे. तेजस्वी यादव ने संविधान जिंदाबाद के नारे भी लगाए.
धरने से अस्त व्यस्त हुई राजधानी
आरजेडी के विरोध और अचानक एकदिवसीय धरने से राजधानी पटना की ट्रैफिक व्यवस्था लगभग कई घण्टों तक चरमरा गई. जहां बिना अनमुति के धरने पर बैठे आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव दो घंटे तक सड़क पर धरने में बैठे रहे, वहीं सुबह सुबह आम लोगों को जाम की समस्या से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
यह भी पढ़ें-
कांग्रेस में तेज हुआ 'राहुल राग', गहलोत के मंत्री ने सोनिया गांधी से कहा- राहुल बनें अध्यक्ष
दुनिया की टॉप-100 हथियार बनाने वाली कंपनियों में भारत की तीन बड़ी सरकारी कंपनियां