पटना: मुजफ्फरपुर में परसों पूर्व मेयर समीर कुमार की एके 47 राइफल से करीब 50 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई. पूर्व मेयर के साथ उनके ड्राइवर को भी मौत के घाट उतार दिया गया. घटना के करीब 65 घंटे बाद भी सुशासन बाबू नीतीश कुमार की पुलिस खाली हाथ है. अपराधियों को पकड़ना तो दूर पुलिस अपराधियों का सुराग तक नहीं ढूढ पाई है.


बिहार में एक ओर जहां अपराधियों के हौसले बुलंद हैं तो वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम सुशील मोदी अपराधियों के सामने हाथ जोड़ने की मुद्रा में आ गए हैं. दरसअल गया एक कार्यक्रम के दौरान सुशील ने अपराधियों से अपील की कि पितृपक्ष में कम से कम ये काम न करें. सुशील मोदी ने ये बयान रविवार को दिया.


विपक्ष के निशाने पर आए नीतीश कुमार और सुशील मोदी
अपराधियों से निवेदन करने को लेकर अब सुशील मोदी और नीतीश कुमार विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं. पूर्व डिप्टी सीएण तेजस्वी यादव ने हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार की नाकामियों से AK-47 बिहार में आम हथियार हो गया है.


तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, ''मैं अपराधियों से निवेदन करता हूँ कि पितृपक्ष के दिनों मे कोई वारदात ना करें:-सुशील मोदी, उपमुख्यमंत्री,बिहार, ख़ुलासा और दिलासा मास्टर की कुख्यात जोड़ी डर के मारे कुछ दिनो में अपराधियो के पैर भी पकड़े तो अचम्भित नहीं होना क्योंकि बिहार पुलिस से ज़्यादा AK-47 अपराधियों के पास है.''


बीजेपी ने कहा- बयान पर माफी नहीं मांगेंगे
बीजेपी प्रवक्ता संजय मयूख ने कहा, ''हमारी सहजता तो दुर्बलता ना समझिए और ना ही इस पर राजनीति करिए. इतिहास उठाकर देख लीजिए किसी भी दोषी को बख्शा नहीं गया है. ना हम संरक्षण देते हैं और ना ही संपोषण करते हैं. घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए.''


बिहार में अपराध के आंकड़ें
बिहार में क्राइम ग्राफ की बात करें तो साल 2017 में कुल 2 लाख 36 हजार अपराध की घटनाएं हुई जिनमें 2803 हत्या और 1594 बलात्कार की घटनाएं थीं. जबकि साल 2018 में जून तक कुल 1 लाख 28 हजार अपराध की घटनाएं हुईं जिनमें 1521 हत्या और 728 बलात्कार के मामले थे.