नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) गठबंधन को लेकर लगाई जा रही अटकलों को विराम देते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि आरएलडी सपा और बीएसपी के साथ ही चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस से गठबंधन की खबर फैलाकर भ्रम पैदा किया जा रहा है.


जयंत चौधरी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि आरएलडी बीजेपी सरकार की किसान, युवा और दलित विरोधी नीतियों के विरोध के लिए प्रभावी विपक्षी एकता के पक्ष में लगातार काम कर रहा है. सपा-बसपा के साथ गठबंधन करके ही जनता की उम्मीदों के अनुरूप मजबूत राजनीतिक विकल्प तैयार किया जा सकता है.



विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रीय लोक दल सपा-बसपा गठबंधन का ही हिस्सा है. आरएलडी के सभी कार्यकर्ताओं को अध्यक्ष अजीत चौधरी ने पहले ही निर्देशित किया है कि वो
इस गठबंधन के लिए जनता के बीच जाकर समर्थन मांगे. हमारा मत साफ है, देश को प्रगतिशील बनाने के लिए राष्ट्रीय लोक दल भविष्य में भी सपा-बसपा गठबंधन के साथ चलेगा.


ऐसा कहा जा रहा था कि प्रियंका गांधी की सलाह पर वेस्टर्न यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आरएलडी नेता जयंत चौधरी से 2 बार मुलाक़ात की है. कांग्रेस ने जयंत को यूपी में 10 और राजस्थान में 1 सीट देने का दिया भरोसा दिया है. इन मुलाकातों के बाद ये चर्चा जोरों पर थी कि क्या यूपी में महागठबंधन में टूट पड़ पाएगी.


बता दें कि इससे पहले आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा था, "गठबंधन की सीटें तय हो गई हैं. हमारी अभी वार्ता चल रही है. सीट का कोई मुददा नहीं है, सीटें निकल आएंगी. हमारा मुख्य उददेश्य बीजेपी को हराना है जिसके लिए सबको साथ आना है. समर्पण भी है, त्याग भी है. मगर सम्मानजनक होना चाहिए."