उपेंद्र कुशवाहा का विवादित बयान, कहा- EVM को लूटने से बचाने के लिए हथियार भी उठाना पड़े तो उठाइए
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कई जगह से खबरें आ रही हैं कि ईवीएम मशीन को अभी इधर से उधर किया जा रहा है. अपने समर्थकों से उन्होंने कहा कि अगर ईवीएम को लूटने से बचाने के लिए आपको हथियार भी उठाना पड़े तो उठाइए.
Lok Sabha Election 2019: आरएलएसपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने विवादित बयान दे दिया है. उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि आप अपने हथियारों के साथ ईवीएम को लूटने से बचाने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कई जगह से खबरें आ रही हैं कि ईवीएम मशीन को अभी इधर से उधर किया जा रहा है. उन्होंने समर्थकों से कहा कि ईवीएम को बचाने के लिए हथियार भी उठाना पड़े तो उठाइए.
कुशवाहा ने कहा, ''खबर आई है कि ईवीएम से लदी हुई गाड़ी पकड़ी गई है. जो अधिकारी उसपर थे उनके पास कोई जवाब नहीं था. निश्चित रूप से इस तरह की घटना हो रही है तो ऐसे में लोगों में आशंका स्वाभाविक है. इसलिए हमने कहा इसी के कारण जनता में इतना आक्रोश हो रहा है. इस आक्रोश को संभालने की जवाबदेही राज्य की सरकार, प्रशासन और भारत की सरकार के ऊपर भी है. लेकिन नहीं लोग कर रहे हैं और अगर नहीं करेंगे तो जनता चुप नहीं बैठेगी. महागठबंधन का कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेगा. जननायक कर्पूरी ठाकुर के समय भी बूथ लूट की घटना होती थी. जननायक कर्पूरी ठाकुर जी कहते थे कि जिस तरह से हमारे लिए हमारी इज्जत है, रोटी है उसी तरह से वोट है. आज बूथ लूट की घटना तो नहीं है लेकिन रिजल्ट लूट की जो घटना करने की कोशिश हो रही है. हम कहना चाहते है कि अगर ऐसी कोई कोशिश हुई तो इस तरह की साजिश को रोकने के लिए हथियार भी उठाना हो तो उठाना चाहिए.''
Upendra Kushwaha, RLSP in Patna: Vote ki raksha ke liye zaroorat pade toh hathiyaar bhi uthana ho toh uthaiye. Aaj jo result loot ki jo ghatna karne ki jo koshish ho rahi hai toh isko rokne ke liye hathiyaar bhi uthana ho toh uthana chahiye. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/g29bsWGyre
— ANI (@ANI) May 21, 2019
गौरतलब है कि विपक्ष के कई नेता ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं. उधर बिहार के मुख्यमंत्री और बीजेपी की सहयोगी दल जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने ईवीएम का बचाव करते हुए कहा है कि ईवीएम पर सभी सवाल फर्ज़ी (बोगस) हैं. नीतीश कुमार ने कहा, “ईवीएम पर सारे सवाल फर्ज़ी (बोगस) हैं. इवीएम के आने से ही चुनावों में पारदर्शिता आई है. इसकी तकनीक पर कई बार सवाल खड़े किए गए हैं और चुनाव आयोग से उनके जवाब भी मिले हैं. जो दल हारने लगते हैं वो कहते ही हैं कि चुनाव में खामी है. ये नई बात नहीं है.”
बता दें कि लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के बाद ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाता है. ऐसे में विपक्षी दलों के नेता स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. पिछले एक-दो दिनों में कई नेताओं स्ट्रॉन्ग रूम में ईवीएम से छेड़छाड़ का दावा करते हुए इसकी शिकायत की है.