पटना में आज उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP की बड़ी बैठक, NDA में रहने या छोड़ने का हो सकता है एलान
उपेंद्र कुशवाहा अगर एनडीए का साथ छोड़ते हैं तो यह गठबंधन के लिए झटका हो सकता है. केंद्रीय मंत्री कुशवाहा आगामी लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के साथ जा सकते हैं.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में रहेगी या जाएगी इसपर आज उपेंद्र कुशवाहा बड़ा फैसला ले सकते हैं. आरएलएसपी अध्यक्ष कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की व्यवस्था पर बने गतिरोध और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उनका अपमान किये जाने पर शनिवार (आज) को पटना में होने वाली पार्टी बैठक में चर्चा की जाएगी.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के लिए वक्त मांगा था लेकिन बीजेपी की ओर से कोई जवाब नहीं आया है. रालोसपा (आरएलएसपी) नेता शनिवार सुबह पटना में अपनी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए जाएंगे और बीजेपी के सूत्रों ने कहा कि उससे पहले शाह से उनकी मुलाकात की कोई संभावना नहीं लगती.
कुशवाहा गुरूवार को पटना से दिल्ली के लिए निकले थे और उन्होंने ट्वीट किया था कि सीट-बंटवारे पर और कुमार द्वारा किये गये कथित अपमान पर बातचीत के लिए शाह से मिलने का समय मांगा है. हालांकि उन्हें भाव नहीं मिला.
दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा मीटिंग के इंतजार में, अमित शाह छत्तीसगढ़ प्रचार में
दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में कुशवाहा ने दावा किया कि उनकी पार्टी 2014 के चुनावों की तुलना में बढ़ गयी अपनी ताकत के अनुरूप ही 2019 के लोकसभा चुनावों में सीटें चाहती है. 2014 में पार्टी तीन सीटों पर लड़ी थी. बीजेपी ने संकेत दिया है कि वह कुशवाहा को दो से ज्यादा सीटें नहीं दे सकती. कुशवाहा ने अपने इस आरोप को भी दोहराया कि नीतीश कुमार ने उन्हें ‘नीच’ कहा था. हालांकि बीजेपी और जेडीयू दोनों ने इससे इनकार किया है. बीजेपी द्वारा नीतीश कुमार का बचाव किये जाने के बाद से कुशवाहा और अधिक हमलावर हो गए हैं.
कल जेडीयू ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया था कि जिसे गठबंधन छोड़कर जाना है वह जाए. बिहार जेडीयू के अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने कल कहा, ''एनडीए मजबूत है और काफी अच्छी स्थिति में है, किसी के आने जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उपेंद्र कुशवाहा पर हम कोई टिप्पणी नहीं करते, हमारे प्रवक्ता भी संयम बरत रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार ने कोई ऐसा बयान नहीं दिया, जब कोई खुद दूसरी धारा में जाना चाहता है उसे नहीं रोका जा सकता. कोई व्यक्ति किसी जाति का ठेकेदार नहीं हो सकता है.''
उपेंद्र कुशवाहा अगर एनडीए का साथ छोड़ते हैं तो यह गठबंधन के लिए झटका हो सकता है. केंद्रीय मंत्री कुशवाहा आगामी लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के साथ जा सकते हैं. उन्होंने पिछले दिनों राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी.
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