लखनऊ: लखनऊ में हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करते हुए मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्या गिरी ने पहली बार रोजा इफ्तार का आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या में सभी समुदाय के लोगों ने शिरकत की. मनकामेश्वर मठ के आरती स्थल पर हुए रोज़ा इफ्तार के आयोजन में तमाम मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी रोज़ा इफ्तार किया साथ ही मुस्लिम समुदाय ने रोज़ा खोल कर आरती स्थल पर नमाज़ भी अदा की.


महंत दिव्य गिरी ने कहा- हमारे मन में कोई भेदभाव नहीं है


रमज़ान के महीने में आम तौर पर राजनीतिक पार्टी के लोग हिन्दू मुस्लिम एकता दिखाने के लिए रोज़ा इफ्तार का आयोजन करते हैं लेकिन लखनऊ पहली बार ऐसा हुआ हुआ जब एक महंत ने रोज़ा अफ्तार का आयोजन किया. रोज़ा अफ्तार का आयोजन करने वाली महंत दिव्य गिरी ने कहा कि हमारे मन में कोई भेदभाव नहीं है.


बड़े मंगल पर प्रसाद वितरित कर सकते हैं तो हम लोग रोजा इफ्तार क्यों नहीं


रोजा अफ्तार सब लोगों को करना चाहिए. जब वह लोग बड़े मंगल पर प्रसाद वितरित कर सकते हैं तो हम लोग रोजा इफ्तार क्यों नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि किसी प्यासे को पानी पिलाना, इससे अच्छा और कोई कार्य नहीं हो सकता.आज यह साबित हो गया है, किसी के मन में मैल नहीं है. हम सब वास्तव में एक है कोई भी मन से किसी से अलग नहीं है. हमने एक आग्रह किया था और सभी लोग उपस्थित हुए, इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनता के अंदर भाव आखिर क्या है.



नवाब मीर जाफर अब्दुल्लाह ने कहा- एक अच्छी पहल


वहीं नवाब मीर जाफर अब्दुल्लाह ने कहा कि गंगा जमुनी तहजीब का प्रैक्टिकल नमूना पेश किया है मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्यागिरी जी ने गोमती किनारे इस तरह के आयोजन का किया जाना अद्भुत है. उन्होंने कहा लोग बातें तो बहुत करते हैं, लेकिन अमल बहुत कम लोग करते हैं, यह दुनिया के लिए एक मिसाल होगी, जो समाज को बांटने और इंसानियत को बांटने की बात करते हैं उनके लिए बहुत बड़ा तमाचा है, अमन कैसे हो सकता है, एक दूसरे के साथ किस तरह से रहा जा सकता है उसकी एक अच्छी पहल हुई है,विभिन्न राजनीतिक पार्टियां जो करती हैं, उन्हें ये नहीं करना चाहिए. उनको सबक लेना चाहिए उनको सीखना चाहिए,हिंदुस्तान को अमन का एक नमूना माना जाता है.


मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की जमकर तारीफ
साथ ही रोज़ा इफ्तार में शिरकत करने पहुंचे मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा कि इस तरह के आयोजन से समाज में जो नफरत फैलाने की साज़िश रची जा रही है वो नाकाम होगी.इससे सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया मे एक अच्छा संदेश जाएगा. साथ ही धर्मगुरुओं ने मनकामेश्वर मठ के आरती स्थल पर रोज़ा अफतार के आयोजन की जमकर सराहना की.