वाराणसी: आए दिन यूपी के अस्पतालों में स्ट्रेचर और एम्बुलेंस न मिलने की खबरें सुर्ख़ियों में रहती हैं. सुविधा उपलब्ध न होने से तीमारदारों को खुद ही अपने मरीजों को एक जागह से दूसरी जगह ले जाना पड़ता है. अब ऐसे ही तस्वीर वाराणसी कैंट स्टेशन से सामने आई है. पैसेंजर की गंभीर हालत देख आरपीएफ के कॉन्सटेबल ने मानवता का परिचय देते हुए मरीज को अपने कंधे पर उठाया और उसे हेल्थ सेंटर तक ले गया.


मोदी और योगी सरकारों पर मायावती के तेवर तीखे, साधा निशाना


मामला वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 8 का है. जैसे ही कोलकाता से दून एक्सप्रेस यहां पहुंची एस-4 कोच में सवार पैसेंजर्स ने ड्यूटी पर खड़े आरपीएफ कॉन्सटेबल अमित कुमार मिश्रा को मदद के लिए पुकारा. अमित जैसे कोच में दाखिल हुए उन्हें बर्थ नंबर 70 पर धनबाद के रहने वाले 22 वर्षीय अमरेन्द्र सिंह खून की उल्टी करते नजर आए.


योगी आदित्यनाथ देश के सबसे गैर जिम्मेदार मुख्यमंत्री: राज बब्बर


कॉन्सटेबल अमित से अमरेन्द्र की बिगड़ती हालत नहीं देखी गई. उन्होंने तुरंत उन्हें अपनी पीठ पर उठाया. वे फुटओवर ब्रिज से होते हुए उन्हें वारणसी कैंट स्टेशन पर बने हेल्थ सेंटर तक ले गए. अमरेन्द्र को वहां फर्स्ट एड दिया गया. उनकी गंभीर हालत को देखते हुए रेलवे अधिकारियों ने उन्हें एम्बुलेंस से तुरंत मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा भेजा.


अमिताभ बच्चन से कुंभ की ब्रांडिंग कराना चाहती है यूपी सरकार


कॉन्सटेबल अमित के इस मानवता भरे काम के लिए पूरे दिन रेलवे के कर्मचारियों में चर्चा होती रही. कुछ लोगों ने यह भी कहा कि स्टेशन पर स्ट्रेचर की कमी होने के चलते कॉन्सटेबल को ऐसा करना पड़ा. इस बारे में जब नॉर्दर्न रेलवे के एरिया मैनेजर रवि पी चतुर्वेदी से बात की गई तो उन्होंने स्ट्रेचर की कमी से साफ इंकार किया.


राजेश जोशी और हसन कमाल को मिलेगा कैफी आज़मी अवार्ड


उन्होंने कहा कि स्टेशन और हेल्थ सेंटर पर पर्याप्त संख्या में स्ट्रेचर उपलब्ध हैं. उनका कहना था कि पैसेंजर की बिगड़ती हालत को देखकर कॉन्सटेबल ने स्ट्रेचर आने का इतंजार करने के बजाय जल्द से जल्द मेडिकल फैसिलिटी उपलब्ध कराने के लिए ऐसा किया होगा.