नई दिल्ली: मोक्षदायिनी कही जाने वाली गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए लोगों को जागरूक करने की मुहिम के तहत इलाहाबाद में आज सैकड़ों लोगों ने दौड़ लगाई. इस दौड़ को 'रन फॉर गंगा' थीम दी गई थी. रेस में शामिल लोगों का जोश देखने लायक था. इस मौके पर लोगों ने गंगा को स्वच्छ व निर्मल करने की शपथ के साथ एक दूसरे को जागरूक करने का संकल्प लिया.

लोगों ने राष्ट्रीय नदी गंगा के लिए दौड़ लगाई और हाथ उठाकर गंगा में प्रदूषण नहीं फैलाने व इसकी धारा को निर्मल बनाने में सहयोग करने का संकल्प लिया. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत हुई आठ किलोमीटर की इस अनूठी दौड़ में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया.

'नमामि गंगे' योजना के तहत नगर निगम की ओर से आयोजित पांच किलोमीटर की इस दौड़ में झूंसी निवासी वीरेंद्र कुमार पाल (पुरुष वर्ग) और मऊआइमा की रहने वाली पूजा पटेल (महिला वर्ग) अव्वल रहीं.

दौड़ का मकसद सबसे आगे रहकर ईनाम हासिल करना नहीं बल्कि गंगा के प्रति अपना समर्पण जताना व इसे स्वच्छ रखने में सहयोग देना था. रन फॉर गंगा नाम से हुई इस दौड़ को योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दौड़ में मेयर अभिलाषा गुप्ता समेत तमाम सामजिक संगठनों के सदस्य- स्कूली बच्चे व आम नागरिक भी शामिल हुए.

इस मौके पर कहा गया कि जन सहभागिता के बिना गंगा को उसका पुराना गौरव दिला पाना मुमकिन नहीं है. दौड़ में शामिल लोगों ने अपने हाथों में गंगा जागरूकता पर आधारित स्लोगन वाले पोस्टर व बैनर ले रखे थे और लगातार डेढ़ घंटे तक गंगा जागरूकता को लेकर नारेबाजी कर रहे थे. दौड़ ख़त्म होने के बाद विजेताओं को ईनाम भी दिए गए.

रन फॉर गंगा रेस का आयोजन इलाहाबाद नगर निगम ने कई संस्थाओं के सहयोग से किया गया था. दौड़ में शामिल लोगों का कहना था कि अब बयानबाजी और एक-दूसरे पर आरोप लगाने के बजाय गंगा की धारा अविरल व निर्मल करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए. शहर के कंपनी गार्डन से शुरू हुई यह रेस वापस वहीं पहुंचकर ख़त्म हुई.