लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित कारगिल विजय दिवस के दौरान ग्राम्य विकास मंत्री महेंद्र सिंह को निमंत्रण न भेजना अब नगर निगम के अधिकारियों को महंगा पड़ रहा है. मंत्री ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर पूछा है कि किसकी लापरवाही से ऐसा हुआ और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. नगर आयुक्त ने उनके पत्र का संज्ञान लेते हुए इस मामले की जांच बैठा दी है.


कारगिल विजय दिवस के मौके पर 26 जुलाई को कारगिल शहीद स्मृति वाटिका में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा सहित कई वरिष्ठ नेता एवं मंत्री मौजूद थे.


इस कार्यक्रम को लेकर नगर निगम ने सभी मंत्रियों को निमंत्रण पत्र भेजा था. लेकिन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार महेंद्र सिंह को आमंत्रण पत्र नहीं भेजा गया. इस मामले को लेकर मंत्री के निजी सचिव ने नगर आयुक्त को फोन कर जानकारी ली. नगर आयुक्त ने कहा कि मंत्री के यहां आमंत्रण पत्र भेजा गया है, जबकि निजी सचिव का कहना है कि आमंत्रण पत्र प्राप्त नहीं कराया गया है.


इस मामले के संज्ञान में आने के बाद मंत्री ने सीधा नगर आयुक्त को पत्र लिखकर इसकी जांच कराने को कहा.


अपर नगर आयुक्त अनिल मिश्र ने कहा कि मंत्री की ओर से पत्र लिखा गया है. इस पूरे मामले में किस स्तर पर लापरवाही की गई, इसकी जानकारी की जा रही है. दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.