अयोध्या: बाबरी मस्जिद विध्वंस के 26 साल पूरे होने पर साधु संतों ने गुरुवार को धार्मिक नगरी अयोध्या के मंदिरों में पूजा-अर्चना कर जल्द भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए प्रार्थना की. मस्जिद को आज ही के दिन 1992 में कारसेवकों ने ढहा दिया था. अयोध्या में विवादित स्थल पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए बीजेपी और हिन्दू संगठनों ने उस वक्त जोरदार आंदोलन छेड़ा था.
निर्मोही अखाड़े के महंत रामदास ने बताया कि आज के दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'हम शौर्य दिवस मना रहे हैं. नाका हनुमानगढी पर महाआरती होगी. हम भगवान राम से प्रार्थना करेंगे कि वह भव्य मंदिर निर्माण के लिए हमें आशीर्वाद प्रदान करें. हम चाहते हैं कि मंदिर शीघ्रातिशीघ्र बने.'
राममंदिर-बाबरी मस्जिद मुकदमे में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने बताया कि उनके समुदाय के लोग आज के दिन को यौम ए गम के रूप में मनाएंगे हालांकि कोई प्रदर्शन या रोड शो नहीं होगा.
विहिप और बजरंग दल ने ऐलान किया है कि वे इस दिन को 'शौर्य दिवस' और 'विजय दिवस' के रूप में मनाएंगे. उन्होंने जनता से अपील की है कि वे मिटटी के दीप जलायें, जैसा दीपावली पर जलाये जाते हैं.
इस बीच पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स और सीआरपीएफ सहित 2500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है.
फैजाबाद नगर के पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह ने कल बताया था कि वाहनों, धर्मशालाओं ओर होटलों की तलाशी ली जा रही है. केवल उन्हीं कार्यक्रमों के लिए अनुमति दी गयी है, जो दोनों ही समुदाय के लोग हर वर्ष आयोजित करते हैं.
छह दिसंबर 1992 का असली सच: जानिए आखिर उस दिन अयोध्या में हुआ क्या था
समाज को जातियों में बांटने के बाद अब देवताओं को भी जाति में बांटने की राजनीति शुरु- मायावती
मायावती का बड़ा बयान: दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के करोड़ों लोग दयनीय हालत में जीने को मजबूर
बुलंदशहर हिंसा: शहीद सुबोध के परिवार के लिए सीएम योगी ने की ये घोषणाएं, परिवार को दिया आश्वासन