दिग्विजय सिंह पर साध्वी प्रज्ञा का निशाना, बोलीं- 'सुना है टुकड़े टुकड़े गैंग के मुखिया को बुला रहा है'
बीजेपी ने प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. यहां से कांग्रेस ने अपने कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट पर छठे चरण में मतदान है. वोटों की गिनती 23 मई को होगी.
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में चुनावी घमासान के साथ ही जुबानी घमासान भी तेज होता जा रहा है. बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा अपने बयानों से लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं. अब एक बार फिर साध्वी ने अपने प्रतिद्वंदी दिग्विजय सिंह को लेकर बड़ा बयान दिया है. साध्वी ने कहा कि भगवा और हिंदुत्व को आतंकवाद कहने वाले की हार होगी. इसके साथ ही साध्वी ने बेगूसराय से लेफ्ट के उम्मीदवार कन्हैया कुमार पर भी निशाना साधा.
मध्यप्रदेश के सिहोर एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ''हिंदुत्व और भगवा को आतंकवाद कहने वालों की इतनी बड़ी पराजय होगी कि कभी सोचा भी नहीं होगा. अभी तो मैंने सुना है कि टुकड़े टुकड़े गैंग के मुखिया को बुला रहा है, जब मति भ्रष्ट होती है तब सरस्वती मां कृपा करती है. धर्म के काम बढ़ते हैं और अधर्म का विनाश होता है.'' बता दे कि कन्हैया कुमार आठ और नौ मई को भोपाल में दिग्विजय सिंह के लिए प्रचार करेंगे.
गले लगकर रो पड़ीं उमा भारती और साध्वी प्रज्ञा भोपाल में आज केंद्रीय मंत्री उमा भारती और बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की भावुक मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों एक दूसरे के गले लगकर खूब रोईं. बाद में उमा भारती साध्वी को समझाती और उनके आंसू पोंछते नज़र आईं. कुछ दिन पहले ही उमा भारती ने साध्वी पर तंज कसते हुए कहा था कि वह एक महान संत हैं और मैं मूर्ख किस्म की प्राणी हूं.
मोदी के मंत्री बोले- साध्वी को टिकट नहीं मिलना चाहिए था केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी पर सवाल खड़ा किया है. प्रज्ञा ठाकुर को लेकर अठावले ने कहा कि पूर्व एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे के पास उनके खिलाफ पर्याप्त सुबूत थे. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अठावले ने कहा, ''प्रज्ञा ठाकुर का नाम मालेगांव मामले से जुड़ा है और महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे के पास उनके खिलाफ पर्याप्त सुबूत थे.'' इस दौरन उन्होंने इस बयान की भी निंदा की जिसमें प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि हेमंत करकरे की मौत उनके श्राप के कारण हुई थी.