प्रयाग में मुंडन कराकर इलाज के लिए रवाना हुईं साधी प्रज्ञा ठाकुर
इलाहाबाद: मालेगांव ब्लास्ट केस में दो महीने पहले ही जमानत पर रिहा हुई साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आज इलाहाबाद के संगम पर अपना मुंडन कराकर केश दान किया है. साध्वी प्रज्ञा आज दोपहर गुपचुप तरीके से इलाहाबाद के संगम पर पहुंची और वहां उन्होंने अपना मुंडन कराकर केशदान की रस्म अदा की.
मां गंगा से खुद के स्वस्थ होने का आशीर्वाद
इसके बाद उन्होंने गंगा-यमुना के संगम में आस्था की डुबकी लगाई और पूजन-अर्चन कर मां गंगा से खुद के स्वस्थ होने का आशीर्वाद मांगा. इस दौरान वह पूरे वक्त मौन धारण किये रहीं और किसी से कुछ भी नहीं बोला. साध्वी ने प्रयाग में मुंडन क्यों कराया और इस मौके पर उन्होंने गंगा मइया से क्या कामना की, फिलहाल यह बहुत साफ़ नहीं हो सका है.
इस मौके पर उनकी सहयोगी ने साध्वी की तरफ से बताया कि वह बड़े उपचार के लिए जा रही हैं, जहाँ उन्हें गंगा मइया के आशीर्वाद की जरूरत है. इसी वजह से उपचार पर जाने से पहले उन्होंने मुंडन कराकर डुबकी लगाई और पूजा अर्चना की है. सहयोगी ने बताया कि प्रयाग में मुंडन कराने के बाद वह सीधे उपचार के लिए रवाना होंगी.
हिंसा करने वाले गौ रक्षकों का खुलासा करने की भी मांग
इस मौके पर उन्होंने साध्वी की तरफ से बयान देते हुए गौ रक्षकों द्वारा लोगों की पिटाई और हत्या किये जाने को गलत बताया और कहा कि गाय माता की रक्षा तो जरूरी है लेकिन उनके नाम पर हत्या और हिंसा करना कतई सही नहीं है. उन्होंने हिंसा करने वाले गौ रक्षकों का खुलासा किये जाने की भी मांग की.
साध्वी प्रज्ञा सुबह प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन से नई दिल्ली से इलाहाबाद आईं और एक आश्रम में रुकने के बाद संगम पर मुंडन कराया और शाम को वापस लखनऊ चली गईं. साध्वी प्रज्ञा को इसी साल अप्रैल महीने में मुम्बई हाईकोर्ट से जमानत मिली है. मालेगांव ब्लास्ट की जांच करने वाली एजेंसी एनआईए पहले ही उन्हें क्लीन चिट दे चुकी है.