प्रज्ञा ठाकुर ने कुंभ में बनाया अलग अखाड़ा, बोलीं- ज़रुरत पड़ी तो हथियार उठाने से भी परहेज नहीं
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अब स्वामी चेतनानंद गिरि के नाम से जानी जाएंगी. प्रज्ञा ठाकुर ने प्रयागराज के कुंभ मेले में भारत भक्ति के नाम से नये अखाड़े का गठन कर लिया है और वह खुद इस अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर हो गईं हैं.
प्रयागराज: मालेगांव ब्लास्ट कराने के आरोप में तकरीबन नौ साल तक जेल में बंद वीएचपी की पूर्व नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अब स्वामी चेतनानंद गिरि के नाम से जानी जाएंगी. प्रज्ञा ठाकुर ने प्रयागराज के कुंभ मेले में भारत भक्ति के नाम से नये अखाड़े का गठन कर लिया है और वह खुद इस अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर हो गईं हैं.
अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के तौर पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का पट्टाभिषेक कुंभ मेले में आज माघी पूर्णिमा के मौके पर अखिल भारतीय काशी विद्वत परिषद के सदस्यों की मौजूदगी में किया गया. पट्टाभिषेक समारोह में तमाम संत महात्माओं व विद्वतजनों ने चादरपोशी की रस्म अदायगी कर प्रज्ञा ठाकुर के पट्टाभिषेक पर अपनी मुहर लगाई.
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प्रज्ञा ठाकुर का दावा है कि उनका अखाड़ा लोगों में राष्ट्रभक्ति की भावना पैदा करेगा तो साथ ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए जागरूकता अभियान चलाएगा. मां काली को अखाड़े की आराध्य घोषित करने वाली प्रज्ञा ठाकुर का दावा है कि उनका अखाड़ा सनातन धर्म का प्रचार प्रसार शास्त्रों के मुताबिक़ करेगा तो साथ ही ज़रुरत पड़ने पर शस्त्रों यानी हथियारों के इस्तेमाल में भी पीछे नहीं रहेगा.
उनके मुताबिक़ देशद्रोहियों के खिलाफ उनका अखाड़ा संविधान के दायरे में रहकर खुद भी कार्रवाई करेगा. आचार्य महामंडलेश्वर की पदवी मिलने के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर उर्फ़ स्वामी चेतनानंद गिरि ने मंदिर और आतंकवाद समेत तमाम मसलों पर केंद्र की मौजूदा सरकार का खुलकर बचाव किया तो साथ ही कहा कि उनके भारत भक्ति अखाड़े को साधू संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से सर्टिफिकेट लेने की कोई ज़रुरत नहीं है.
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उनके मुताबिक़ सनातन धर्म पर लगातार बढ़ते हमले को देखते हुए उन्हें सन्यासी जीवन बिताते हुए अखाड़े के गठन का फैसला करना पड़ा. उन्होंने दावा किया है कि अन्याय व अत्याचार के खिलाफ उनका अखाड़ा न सिर्फ आवाज़ उठाएगा, बल्कि उसे कानूनी अधिकार भी मुहैया कराएगा. इसके अलावा ज़रुरत पड़ने पर शस्त्र के इस्तेमाल में भी पीछे नहीं हटेगा.
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का पट्टाभिषेक समारोह कुंभ मेले के सेक्टर पंद्रह में दिव्य प्रेम सेवा मिशन के पंडाल में हुआ. समारोह में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. पट्टाभिषेक समारोह के बाद उन्होंने चांदी का सिंहासन, छत्र, चंवर और दंड धारण कर लिया. उन्होंने तेरह स्थापित अखाड़ों की सक्रियता पर भी सवालिया निशान खड़े किये और अपने भारत भक्ति अखाड़े को समय की ज़रूरत बताया.
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पट्टाभिषेक समारोह में प्रज्ञा ठाकुर ने मालेगांव ब्लास्ट में खुद को एक बार फिर निर्दोष बताया और तत्कालीन मनमोहन सरकार व कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना भी साधा. भारत भक्ति अखाड़े की आराध्य देवी मां काली होंगी, जबकि अखाड़े की धर्म ध्वजा पर सूर्य का निशान होगा.