सचिन वालिया मर्डर केस: सहारनपुर में इंटरनेट शुरू, फॉरेंसिक टीम करेगी जांच
भीम आर्मी के जिला मीडिया प्रभारी सचिन वालिया की मौत के मामले में जांच के लिए मुरादाबाद से फोरेंसिक विभाग की टीम यहां पहुंच गई है.
सहारनपुर: सहारनपुर जिले में तीन दिन तक बंद रहने के बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं. 9 मई को भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष कमल वालिया के छोटे भाई सचिन वालिया की संदिग्ध हालात में गोली लगने से मौत हो गई थी जिसके बाद जिलाधिकारी पीके पाण्डेय ने तत्काल ही जिले की इंटरनेट सेवाओं को बंद करा दिया था ताकि शरारती तत्व सोशल मीडिया का दुरुपयोग नहीं कर सकें.
भीम आर्मी के जिला मीडिया प्रभारी सचिन वालिया की मौत के मामले में जांच के लिए मुरादाबाद से फोरेंसिक विभाग की टीम यहां पहुंच गई है.
एसपी (सिटी) प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि इस घटना के बाद जिले को हिंसा की आग में सुलगने से बचाने में अहम भूमिका निभाने वाले एलआईयू निरीक्षक मंसूर अली को प्रदेश के डीजीपी द्वारा सम्मानित किया जायेगा.
ये है पूरा मामला भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन की हत्या सरेआम कर दी गई. मृतक सचिन वालिया के परिजनों का आरोप है कि उसे भगवा पट्टे पहने बाइक सवारों ने गोली मार दी. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस हत्या के मामले में पुलिस ने महाराणा प्रताप जयंती के चार आयोजकों दीपक राणा, शेर सिंह राणा, उपदेश राणा और नागेंद्र राणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
2017 में भी हुआ था बवाल पिछले साल भी 9 मई को ही सहारनपुर में जातीय हिंसा हुई थी. राजपूत समाज और दलित समाज आमने सामने आ गए थे. इस हिंसा के दौरान तोड़फोड़, आगजनी और पथराव की काफी घटनाएं हुई थीं. काफी नेताओं ने भी सहारनपुर पहुंच कर पीड़ितों से मुलाकात की थी. काफी दिनों तक यहां हिंसा शांत नहीं हो पाई थी. इसी मामले में भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर उर्फ रावण जेल में हैं.